जहां मरे थे 25 तेंगा पक्षी वहीं 9 दिन बाद फिर मरे 9 कबूतर
सतना | बर्ड फ्लू मंगलवार को फिर पक्षियों पर कहर बन कर टूटा है। जहां लगभग 9 दिन पहले 25 तेंगा पक्षियों की मौत सामनें आई थी उसी क्षेत्र में एक बार फिर 9 कबूतरों की मौत सामनें आने से लोगों में हड़कंप मचा रहा। शहरी क्षेत्र में भी एक कौवा समेत दो परिंदे मृत मिले हैं। बताया गया कि भरहुत नगर में जहां एक कबूतर तो वहीं पतेरी में एक कौआ मृत मिला, वहीं मैहर ब्लाक अर्न्तगत घुनवारा के पास रैगवां गांव में सड़क किनारे एक साथ 9 कबूतर मृत मिले थे। पशु पालन विभाग की टीम व गांव के सरपंच द्वारा मृत पक्षियों के अवशेष को दफन करवाया दिया गया है। उल्लेखनीय है कि 10 जनवरी को घुनवारा में 25 तेंगा पक्षी एच 5 एन 8 एवियन इन्फ्लूऐंजा वायरस से मरे थे। तीन से चार किमी के दायरे में ये दूसरी बार बर्ड फ्लू के नए स्ट्रेन से परिंदे मरने से लोगों में दहशत बनी हुई है।
अब तक 81 पक्षियों की मौत
जनवरी महीने के शुरू होते ही बर्ड फ्लू ने पक्षियों पर अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया था। बताया गया कि अब तक जिले में कुल 81 पक्षियों की मौत होना सामने आई है। पशु पालन विभाग के अनुसार कहीं भी किसी पोल्ट्री फार्म या पालतू पशुओं में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं पाये गये हैं।
5 फिट गहरे गड्ढे में दफनाए पक्षी
राज्य शासन द्वारा वर्ड फ्लू के एक्शन प्लान के अनुसार पंचायत एवं नगरीय संस्थायें मृत पक्षी के शव का निष्पादन करेंगे। 5 फिट के गहरे गड्ढे में चूना, नमक का इस्तेमाल कर मृत पक्षियों के अवशेष को दफनाया जाएगा। सबसे बड़ी बात यह है कि मृत पक्षी का शव निष्पादन रहवासी कॉलोनी या किसी जल स्त्रोत से दूर किया जायेगा। मृत पक्षी पाये जाने के स्थल और शव निष्पादन के समय 4 प्रतिशत फारमेलिन या सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव कर डिसइंफेक्शन किया जाएगा। मृत कौवे एवं अन्य पक्षियों शव निष्पादन की कार्यवाही निर्धारित प्रक्रिया से करें।
एक किमी परिधि में मरीजों पर रखें नजर
कलेक्टर श्री कटेसरिया ने सतना जिले में अमिलिया में कौवे में वर्ड फ्लू के लक्षण पाये जाने पर जूनौटिक बीमारी को ध्यान में रखते हुये क्षेत्र के एक किलोमीटर की परिधि में रहने वाले परिवारों का सघन परीक्षण कर सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों को चिन्हित कर उनके उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिये हैं। गौरतलब है कि सतना जिले के विकासखंड रामनगर के अमिलिया ग्राम मे एक कौवे के मृत शरीर में वर्ड फ्लू के लक्षण की पुष्टि हुई है। इसके अलावा जिले में किसी भी मृत पक्षी की जांच में वर्ड फ्लू एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि नहीं पाई गई है।