सतना में दस दिनों का कोरोना कर्फ्यू: आज शाम 6 बजे से 26 अप्रैल की प्रात: 6 बजे तक रहेगा प्रभावी
सतना। कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए जिले में शुक्रवार की शाम 6 बजे से 26 अपै्रल की सुबह 6 बजे तक अति आवश्यक गतिविधियों में छूट के साथ कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। जिले में कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामखेलावन पटेल की अध्यक्षता में संपन्न जिला संकट प्रबंधन समूह, जिले के जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवी संगठन, व्यापारिक संगठन एवं विभिन्न वर्ग के प्रतिनिधियों तथा अधिकारियों की संयुक्त बैठक में लिया गया। इस दौरान निजी अस्पतालों में कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए 50 फसदी बेड आरक्षित करने का भी फैसला किया गया।
कोरोना की श्रृंखला चैन को तोड़ना जरूरी
प्रभारी मंत्री श्री पटेल ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए कोरोना की श्रृंखला चैन को तोड़ना जरूरी हो गया है। सतना जिले की स्थितियों के बारे में लगातार जानकारी लेकर समीक्षा करते रहे हैं और उपचार सेवाओं के विस्तार के प्रयास भी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोशल मीडिया, समाचार पत्रों में अपील जारी करें। गांव-गांव में जागरूक लोगों की कमेटियां बनाएं, ताकि लोगों में जागरूकता लाकर उन्हें संक्रमण से बचाएं।
कोविड वार्ड में लगाएं टीवी, मरीजों की मोबाइल से कराएं बात
जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि कोरोना पीड़ित मरीज अपने परिवार से दूर रहता है ऐसे में उसके वार्ड में सीसीटीवी कैमरे, टीवी लगवाएं और तो और ऐसी व्यवस्था हो कि मरीज मोबाइल केजरिए अपने परिजनों से चर्चा कर सके। भाजपा जिला अध्यक्ष ने टीवी लगाने पक्ष में तर्क देते हुए कहा कि इससे उसे अकेला पन महसूस नहीं होगा। कोविड वार्ड में लगाई गई टीवी में धार्मिक सीरियल, धार्मिक व हास्य से ओत- प्रोत फिल्में दिखाई जाएं।
मजबरी में डंडा चलाया है, आगे भी चलाएंगे
बैठक के दौरान कांग्रेस के ग्रामीण जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने पुलिस द्वारा डंडा चलाए जाने का मामला उठाया। इस पर पुलिस अधीक्षक धर्मबीर सिंह ने कहा कि पुलिस को मजबूरी में डंडा चलाना पड़ता है। व्यवस्था बनाने आगे भी डंडा चलाना पड़ा तो चलाएंगे। उन्होने कहा कि दो पहिया वाहन में तीन सवारी बगैर मास्क के निकलते हैं और जब हमारा पुलिस कर्मी रोकता है तो फिर फोन लगाकर इससे बात कर लो... की बात आती है। बैठकों में जबाव हमें देना पड़ता है और फील्ड में काम भी पुलिस ही करती है। आधे घंटे फील्ड में काम करें फिर सवाल उठाएं।
किस नेता ने क्या कहा
सांसद गणेश सिंह: संकट का समय है। सुविधाएं और साधन भी सीमित हैं। इनका दक्षतापूर्वक उपयोग करें। जिले में शहरी क्षेत्र संक्रमित है, यह संक्रमण गांव तक नहीं पहुंचे इसके लिए चैन को तोड़ने सभी का सहयोग जरूरी है।
विधायक नारायण त्रिपाठी : जांच के नाम पर निजी अस्पताल लूट मचाएं हैं, जांच की दरें तय हों इससे ऊपर पैसे लेने वालों पर कार्रवाई की जाए।
पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी : निजी अस्पतालों में 50 फीसदी बेड आरक्षित किए जाएं।
योगेश ताम्रकार: स्कूल बंद है कॉलेज को लेकर कन्फूजन है, आयुष्मान कार्ड को लकर निजी अस्पतालों में दिक्कत अब भी जारी है।
दिलीप मिश्रा : चालान के साथ मास्क भी बांटे जाएं।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर सिद्धार्थ कुशवाहा, सुरेंद्र सिंह गहरवार,मकसूद अहमद ,राजेश दुबे, आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत हरेंद्र नारायण व्यापारिक संगठनों की ओर से रवि बसंतानी, विधायक प्रतिनिधि रैगांव पुष्पराज बागरी भी उपस्थित रहे। इस मौके पर अपर कलेक्टर विमलेश सिंह, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक डॉ राजेश तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया ने भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के विभागीय प्रयासों की जानकारी दी।
ये सुझाव भी आए
- रेल और पब्लिक ट्रांसपोर्ट से बाहर से आने वालों की स्क्रीनिंग जांच कराएं और संदिग्ध मिलने पर क्वारेंटाइन करने की व्यवस्था करें।
- शादी-ब्याह एवं अन्य मामलों में शासन की कोरोना बचाव के निर्देशों और गाइडलाइन का पालन करें।
- अस्पताल में मरीजों के लिए एक रिसेप्शन सेंटर बनाया जाए।
- इसमें कोरोना की स्थिति, मरीजों के लिए उपलब्ध बेड, उपकरण, रेफरल सेवा, आॅक्सीजन, दवाओं की आपूर्ति, वैक्सीनेशन आदि बिंदुओं की जानकारी दी जाए।
- कोविड कमांड सेंटर से वीडियो कॉलिंग परामर्श की व्यवस्था सुदृढ़ किया जाए
- जिला अस्पताल में सिलेंडर आदि कोविड वार्ड में पहुंचाने वर्करों की कमी नहीं हो। जिला रोगी कल्याण से व्यवस्था की जा सकती है।
- डॉक्टरों की आवश्यकता होने पर ग्रामीण क्षेत्र के डॉक्टरों की सेवाएं भी शहरी क्षेत्र में ली जा सकती हैं।
ये निर्णय लिए गए
- कोविड वार्ड में जाने की अनुमति किसी को नहीं दी जाए।
- बैरिकेडिंग के माध्यम से कोविड मरीज वार्ड को पृथक रखें।
- क्रिटिकल मरीज के बारे में परिजनों को जानकारी देने रिसेप्शन काउंटर बनाया जाएगा।
- कोरोना संक्रमण अभी मुख्य रूप से शहरी क्षेत्र में प्रभावी है। हर संभव प्रयास कर इसे ग्रामीण क्षेत्रों की ओर बढ़ने से रोका जाए।
- शुक्रवार की शाम से सोमवार की सुबह तक नगरीय क्षेत्रों में कोरोना कर्फ्यू जारी रखा जाए।
कोरोना कर्फ्यू में इन गतिविधियों की रहेगी छूट
- शादी समारोह एवं सामाजिक कार्यक्रमों में 50 तथा शव यात्रा में 20 से अधिक व्यक्ति सम्मिलित नहीं होगें।
- अन्य राज्यों एवं जिलों से माल तथा सेवाओं का आवागमन।
- अस्पताल, नर्सिंग होम, मेडिकल इंश्योरेंस कम्पनीज, अन्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाएं, केमिस्ट, किराना दुकानें (केवल होम डिलेवरी के लिये)।
- रेस्टॉरेंट (केवल टेक होम डिलीवरी के लिये)।
- पेट्रोल पम्प, बैंक एवं एटीएम, दूध एवं सब्जी की दुकानें तथा ठेले।
- औद्योगिक इकाइयां, औद्योगिक मजदूरों, उद्योगों के लिये कच्चा या तैयार माल, उद्योगों के अधिकारियों-कर्मचारियों का आवागमन।
- एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, टेली-कम्युनिकेशन, विद्युत प्रदाय, रसोई गैस, होम डिलीवरी सेवाएं, दूध एकत्रीकरण एवं वितरण के लिये परिवहन।
- सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानें, केन्द्र , राज्य सरकार एवं स्थानीय निकाय के अधिकारियों-कर्मचारियों का शासकीय कार्य से किया जा रहा आवागमन --इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर, कारपेंटर आदि द्वारा सेवा प्रदाय के लिये आवागमन।
- कंस्ट्रक्शन गतिविधियां (यदि मजदूर कंस्ट्रक्शन कैम्पस, परिसर में रुके हों)।
- कृषि संबंधी सेवाएं (जैसे कृषि उपज मण्डी, उपार्जन केन्द्र, खाद, बीज, कीटनाशक दवाएँ, कस्टम हायरिंग सेंटर्स, कृषि यंत्र की दुकानें आदि)।
- परीक्षा केन्द्र आने-जाने वाले प्रशिक्षणार्थी तथा परीक्षा केन्द्र एवं परीक्षा आयोजन से जुड़े कर्मी।
- अधीकारीगण, अस्पताल एवं नर्सिंग होम और टीकाकरण के लिये आवागमन कर रहे नागरिक और कर्मी।
- राज्य शासन द्वारा फसलों के उपार्जन कार्य से जुड़े कर्मी तथा उपार्जन स्थल आवागमन कर रहे किसान।
- बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट से आने-जाने वाले नागरिक।
- आईटी कम्पनियां, बीपीओ, मोबाइल कम्पनियों का सपोर्ट स्टॉफ एवं यूनिट्स।
- अखबार वितरण एवं अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारगण।
- होटल (केवल इन-रूम डायनिंग व्यवस्था के साथ)।
ये बंद रहेंगे
जिम, स्वीमिंग पूल, सिनेमा घर ।
इन पर प्रतिबंध
- सामाजिक एवं धार्मिक त्योहारों में निकलने वाले जुलूस।
- मेला सार्वजनिक रूप से लोगों का एकत्रित होना।
- सुबह 11 बजे तक छूट
- किराना,दूध एवं सब्जी की दुकानें तथा ठेले सुबह 6 बजे से दोपहर 11 बजे तक ।