ऑक्सीजन का संकट बरकरार, जबलपुर के अस्पतालों में गैस खत्म होने से पांच की मौत
भोपाल | प्रदेश में कोरोना के दस हजार नए केस सामने आने के बाद सरकार के हाथपांव फूल गए हैं। इसके बाद शिवराज सरकार ने कोरोना से युद्ध स्तर पर लड़ाई शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर स्टेट प्लेन और हेलीकॉप्टरों के जरिए जरूरी दवा और इंजेक्शन की सप्लाई राज्य के विभिन्न जिलों में की जा रही है। मध्यप्रदेश के अस्पतालों में आॅक्सीजन की कमी से मौतों का सिलसिला रुक नहीं रहा है।
जबलपुर में लिक्विड प्लांट में आई खराबी के कारण आॅक्सीजन सप्लाई बंद होने से गुरुवार सुबह 5 मरीजों की मौत हो गई। सभी वेंटिलेटर पर थे। वहीं 4 की हालत गंभीर है। यहां के मेडिसिटी अस्पताल में आॅक्सीजन खत्म होने से वेंटिलेटर पर 82 वर्षीय महिला की तड़प-तड़प कर जान चली गई। वहीं 4 की मौत सुख-सागर मेडिकल कॉलेज में हुई है। इस बीच एक राहत भरी खबर भी है।
इंदौर एयरपोर्ट पर गुरुवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन की एक बड़ी खेप पहुंची। इसमें 200 बॉक्स में 9,264 इंजेक्शन हैं। इन्हें 6 हेलिकॉप्टर और स्टेट प्लेन से राज्य के जिलों में भेजा जा रहा है। शिवपुरी जिला अस्पताल में भर्ती संक्रमित कोरोना मरीज की आॅक्सीजन मशीन वार्ड बॉय ने हटा दी। आॅक्सीजन की कमी के चलते उन्होंने बेटे के सामने ही बिस्तर पर दम तोड़ दिया।
प्रदेश में मिले 10 हजार से ज्यादा नए संक्रमित, 53 ने तोड़ा दम
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू है। कोरोना के नए मरीजों का 10 हजार से ऊपर पहुंच गया। सभी जिलों में मिलाकर कुल 10,166 मरीज मिले हैं। 47,820 सैंपलों की जांच में इतने मरीज मिले हैं। इस लिहाज से संक्रमण दर 21 फीसद रही। यानी जांच कराने वाला हर पांचवा व्यक्ति संक्रमित है।
इंदौर पहुंचे 9 हजार 264 रेमडेसिविर इंजेक्शन
इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे 200 बॉक्स में कुल 9 हजार 264 रेमडेसिविर इंजेक्शन आए हैं। इनमें से स्टेट प्लेन के माध्यम से 42 बॉक्स भोपाल, 7 रतलाम और 4 खंडवा पहुंचाए गए। इसी तरह स्टेट प्लेन से 19 बॉक्स ग्वालियर, 18 रीवा, 39 जबलपुर और 14 सागर पहुंचाए जा रहे हैं। इंदौर के लिए 57 रेमडेसिविर इंजेक्शन के बॉक्स रखे गए हैं।