टेस्ट के बाद 24 घंटे में लोगों को मिलना चाहिए कोरोना की रिपोर्ट: CM

भोपाल | मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि सभी कलेक्टर्स कोरोना संक्रमण का पूरी ऊर्जा के साथ मुकाबला करें। नागरिकों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। सावधानियों का पूरी तरह पालन हो। आॅक्सीजन, औषधियों और बिस्तरों की व्यवस्था सहित सभी आवश्यक कार्यों को यथा समय पूर्ण किया जाए। मुख्यमंत्री  चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा प्रदेश के कलेक्टर्स से चर्चा कर कोरोना संक्रमण की रोकथाम और प्रबंधन के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी भी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन हो। जहां कोरोना कर्फ्यू नहीं लगा है वहां आवश्यक हो तो करोना कर्फ्यू लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना के टेस्ट के बाद उसकी रिपोर्ट 24 घंटे में आ जाए, यह सुनिश्चित किया जाए।  वहीं शिवराज के बेटे कार्तिकेय भी संक्रमित हो गए।

कलेक्टरों को 50 प्रतिशत इंजेक्शन बांटने का दिया अधिकार 
मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक भोपाल, इंदौर, उज्जैन व देवास को छोड़कर अन्य जिलों में 50% इंजेक्शन आवंटन के कलेक्टर को अधिकार दिए गए हैं। इसी तरह अनुबंधित अस्पताल से कोई राशि नहीं ली जाएगी, जबकि प्राइवेट अस्पताल से प्राप्त राशि ( प्रति इंजेक्शन 1568 रुपए) रेडक्रॉस में जमा कराई जाएगी। वर्तमान में रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के माध्यम  से की जा रही है। इसमें 50% चिकित्सा शिक्षा और 50% स्वास्थ्य विभाग को दिया जा रहा है।  स्वास्थ्य विभाग को मिलने वाले 50% डोज का जिला अस्पताल और शेष आपूर्ति इंदौर, भोपाल, देवास और उज्जैन को छोड़कर अन्य जिलों के प्राइवेट अस्पताल को कलेक्टर के माध्यम से की जाएगी।