व्हाइट टाइगर सफारी में ब्लोअर से वन्य प्राणियों को दी जा रही गर्मी
रीवा | महाराजा मार्तण्ड सिंह जू देव व्हाइट टाईगर सफारी में वन्य प्राणियों को ठंड से बचाने के लिए प्रबंधन पूरी ताकत के साथ जुटा हुआ है। मांसाहारी जानवरों को ब्लोअर के माध्यम से गर्म रखा जा रहा है, वहीं शाकाहारी जानवरों के लिए बाड़ों में सूखी घास व हट की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा टम्प्रेचर मेंटेन रखने के लिए नाइट हाऊस में थर्मामीटर लगाए गए हैं। समय-समय पर अधिकारी बाड़ों का निरीक्षण भी कर रहे हैं, साथ ही वन्य प्राणियों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि मुकुंदपुर में स्थित महाराजा मार्तण्ड सिंह जू देव चिड़िया घर विश्व का पहला व्हाईट टाइगर सफारी है। यहां पर वर्तमान समय में 15 मांसाहारी वन्य प्राणी मौजूद हैं, जबकि आधा सैकड़ा से अधिक शाकाहारी जानवर हैं। इस समय जिला ठंड की चपेट में हैं। शीत लहर भी बह रही है। ऐसे में रात का टम्प्रेचर लगातार गिर रहा है। वन्य प्राणियों को ठंड से बचाने के लिए जू प्रबंधन उच्च क्वालिटी की व्यवस्था कर रखा है।
बताया जा रहा है कि मांसाहारी जानवरों के बाड़े में ब्लोअर लगाए गए हैं, जिससे वह ठंड की चपेट में न आ सके। टम्प्रेचर मेंटेन रखने के लिए हर नाइट हाऊस में थर्मामीटर भी लगाए गए हैं। जिसका तापमान 12 से 15 के बीच में रखा जा रहा है। इसी तरह से शाकाहारी वन्य प्राणियों के लिए बाड़े में न सिर्फ हट बनाए गए हैं, बल्कि सूखी घास की भी व्यवस्था की गई है। जिससे रात के वक्त जानवर हट के नीचे रहे और शीत से बच सके। सूखी घास जानवरों को गर्म रखने के लिए बाड़ों डलवाई गई है। अधिकारी समय-समय पर जू का निरीक्षण कर रहे हैं। इसके अलावा चिकित्सकों की टीम उनके स्वास्थ्य पर भी निगरानी बरत रही है।
जमीन में बिछा रखे हैं प्लाई बंद कर दिया वेंटीलेशन
मांसाहारी वन्य प्राणियों को ठंड से बचाने के लिए नाइट हाऊस में विशेष प्रबंध किए गए हैं। रात के वक्त वेंटीलेशन को बंद कर दिया जाता है। कुछ वेंटीलेशन को ही मामूली हवा के लिए खोला जाता है। जबकि नाइट हाऊस के फर्स पर प्लाई भी बिछाई गई है। जिससे वन्य प्राणी प्लाई में बैठे और ठंड से बचे रहे।
हटा दी गई हरियाली वाली छत
बताया गया है कि बाड़ों तक धूप पूरी तरह से पहुंचे इसके लिए हरियाली वाली छतों को भी हटा दिया गया है। वन्य प्राणी दिन में धूप में बैठे रहते हैं, इसके बाद शाम होते ही उन्हें नाइट हाऊस में बंद कर दिया जाता है। सुबह दोबारा से धूप निकलने पर जानवरों को बाहर निकाल दिया जाता है।
रविवार को 1907 पर्यटक पहुंचे
बताया जा रहा है कि इन दिनों व्हाइट टाइगर सफारी में आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। रविवार को सुबह से लेकर शाम तक 1907 पर्यटक जू पहुंचे थे। जबकि ईको पार्क में 403 पर्यटक पहुंचे थे। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जू में विशेष सजावट भी की गई है। फूलों की बगियों को गुलजार किया गया है। जो पर्यटकों को लुभा रहे हैं।
ठंड को देखते हुए वन्य प्राणियों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। सभी मांसाहारी वन्य प्राणियों के सेल में ब्लोअर लगाए गए हैं। टम्पे्रचर मेंटेन रखने के लिए थर्मामीटर भी लगाए गए हैं। इसके अलावा शाकाहारी जानवरों के बाड़ों में सूखी घास एवं हट बनाए गए हैं।
संजय रायखेड़े, प्रबंधक व्हाइट टाइगर सफारी