शासकीय महाविद्यालयों में खुलेंगे ओपेन जिम
रीवा | विश्व बैंक पोषित उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना (एमपीएचईक्यूआईपी) के तहत आईडीपी योजना अंतर्गत चिन्हित सरकारी कॉलेजों में ओपेन जिम और स्पोर्ट्स के उपकरण मंगाए जाएंगे। इस संदर्भ में कॉलेजों की मांग अनुसार उपकरणों के मापदण्ड निर्धारण करने के लिए राज्य स्तर पर संचालक एलएनआईपी, संयुक्त संचालक खेलकूद विभाग तथा कॉलेजों की स्पोर्ट््स टीम आफीसर की एक संयुक्त टीम भी बनाई गई है।
समिति द्वारा कॉलेजों में ओपेन जिम जैसे लेग प्रेस, आर्म एण्ड शोल्डर व्हील, डबल क्रास वाकल, इलिप्टिकल एक्ससाइजर, सिटप स्टेशन, एक्सरसाइजिंग बार, चिनअप बार, आर्म व्हील, रोलिंग मशीन, नीएच आईपी रेज, टिवस्टर तथा रेसलिंग मैट एवं मल्टीपरपज मैट स्थापित करने की अनुशंसा की गई है। कॉलेजों के पास कम से कम ओपेन जिम स्थापित करने के लिए दस बाई दस मीटर स्थान की आवश्यकता होगी।
संभाग के बड़े महाविद्यालयों से उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना के अधिकारियों ने जानकारियां मांगी थीं। ताकि कॉलेज में कितने क्षेत्रफल में ओपेन जिम स्थापित करना है। महाविद्यालय की छात्र संख्या के आधार पर कितने उपकरण की जरूरत होगी, यह सब कॉलेजों को उपलब्ध कराना है। मगर संभाग के कई कॉलेजों ने उच्च शिक्षा विभाग को अब तक यह जानकारी नहीं उपलब्ध कराई है। जबकि महाविद्यालयों में पढ़ाई के अलावा अन्य गतिविधियों में भाग लेने के लिए छात्रों के लिए यह एक रुचिपूर्ण माहौल होगा।
सात दिन के अंदर मांगी डिटेल
अपर परियोजना संचालक राज्य परियोजना संचालनालय उच्च शिक्षा ने शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्यों को पत्र लिखकर सात दिन के अंदर ओपेन जिम एवं स्पोर्ट्स इक्विपमेंट की आवश्यकता के संबंध में जानकारी मांगी है। प्रदेश के सैकड़ों कॉलेजों को यह सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिन्हित किया है। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि संभाग के कॉलेज इस सुविधा के प्रति दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं और विभाग को डिटेल नहीं भेज रहे हैं।
पता चला है कि शासकीय मॉडल साइंस कॉलेज, शासकीय माधव सदाशिवराव गोलवलकर कॉलेज में ओपेन जिम और स्पोर्ट्स इक्विपमेंट के लिए जानकारी मांगी है। वहीं शहडोल के शासकीय इंदिरा गांधी होम साइंस कॉलेज और आरके शुक्ला स्मृति गवर्नमेंट पीजी कॉलेज ब्योहारी को भी चुना गया है। इसके अलावा अनूपपुर के गवर्नमेंट तुलसी कॉलेज, गवर्नमेंट कॉलेज कोतमा और गवर्नमेंट कॉलेज जैतहरी को भी यह सुविधाएं देने के लिए चयनित किया है। जबकि सीधी के गवर्नमेंट आर्ट्स एण्ड कामर्स कॉलेज मझौली में भी यह सुविधाएं स्थापित होंगी। मगर इन महाविद्यालयों ने अब तक परियोजना को मांगी गई जानकारी नहीं भेजी है।