रेमेडियल कक्षाओं में सेवानिवृत्त प्राध्यापकों से लेंगे अध्यापन का कार्य

रीवा | कॉलेज की कक्षाओं की गुणवत्ता बढ़ाने और बीते सत्र में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने वाले छात्रों के लिए वर्ल्ड बैंक पोषित उच्च शिक्षा विभाग ने रेमेडियल कक्षाओं के संचालन संबंधी निर्देश जारी किए हैं। खास बात यह है कि इन आॅनलाइन रेमेडियल कक्षाओं में नियमित प्रोफेसरों के साथ-साथ सेवानिवृत्त हो चुके प्राध्यापकों से भी अध्यापन का कार्य लिया जाएगा और उन्हें भुगतान भी किया जाएगा। जिले में 6 कॉलेजों पर विश्व बैंक 18 लाख रुपए खर्च कर रहा है।

यानी कि प्रत्येक कॉलेज पर 3 लाख रुपए रेमेडियल कक्षाओं के लिए लगाए जाएंगे। इससे छात्रों को भी वरिष्ठ प्राध्यापकों से पढ़ने का मौका मिलेगा। बताया गया है कि रेमेडियल कक्षाओं और नियमित भौतिक कक्षाओं का टाइम टेबिल अलग-अलग रहेगा। गौरतलब है कि जिले के सिर्फ 6 कॉलेजों में ही रेमेडियल कक्षाएं चालू करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इनसे अतिरिक्त बाकी महाविद्यालयों में नए साल से भौतिक कक्षाएं और आॅनलाइन कक्षाएं यथावत जारी रहेंगी।

31 मार्च तक चलेंगी क्लासेस
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार संबंधित कॉलेजों में रेमेडियल कक्षाओं का संचालन 31 मार्च तक होगा। जिसमें कमजोर छात्रों को पढ़ाने के लिए जोर दिया जाएगा। बीते सत्र में जिनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है रेमेडियल कक्षाओं से उनके अंक प्रदर्शन को सुधारने की कोशिश की जाएगी।

इन कॉलेजों में लगेंगी कक्षाएं
रेमेडियल कक्षाओं के लिए शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय को चिन्हित किया गया है। इसके अलावा माडल साइंस कॉलेज और अंचल के शासकीय स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय त्योंथर, शासकीय महाविद्यालय नईगढ़ी, मऊगंज के शहीद केदारनाथ महाविद्यालय को चुना गया है। रेमेडियल कक्षाओं में शामिल होने वाले सभी छात्रों का नामांकन, विषय, प्रश्न पत्र, वर्ग, नियमित उपस्थिति पत्रक आदि की जानकारी शिक्षकों को संधारित करनी होगी। इसके अलावा रोजाना असाइनमेंट देकर असाइनमेंट आॅनलाइन प्राप्त भी करना होगा। कक्षा में शिक्षक पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन देंगे इसके अलावा ग्रुप डिस्कशन भी होगा।