इंदौर-भोपाल और जबलपुर जिले में लगा 32 घंटे का टोटल लॉकडाउन
भोपाल | बीते एक सप्ताह में मध्य प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसों में 64% की वृद्धि हुई है। बीते 13 मार्च को राज्य में कोरोना के 1740 एक्टिव केस थे, अब यह संख्या 20 मार्च को 7344 तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में 1,307 नए संक्रमित मिले हैं। सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति भोपाल, इंदौर और जबलपुर की है। भोपाल में 345, इंदौर में 317 और जबलपुर में 116 नए केस आए। यही वजह है कि तीनों शहरों में शनिवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक यानी 32 घंटे का टोटल लॉकडाउन लगा दिया है। लॉकडाउन में दिक्कत न हो इसलिए लोगों ने शनिवार को जमकर खरीदी की। इंदौर और जबलपुर में कुछ ज्यादा ही भीड़ दिखी।
राजधानी भोपाल में सुबह बाजार में सब्जी और किराना खरीदने वालों की खासी भीड़ रही। हालांकि, इस बार एक दिन का लॉकडाउन होने से लोग ज्यादा परेशान नहीं दिखे। शनिवार सुबह रचना नगर मार्केट में सब्जी की दुकान पर अन्य दिनों की तुलना में लोग ज्यादा सब्जी खरीदते देखे गए। ग्राहक राजकुमार राय ने कहा कि ज्यादा दिन के लॉकडाउन से परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा।
अस्पतालों में 20 फीसदी बेड कोरोना मरीजों के लिए होंगे रिजर्व
मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि कोरोना की रफ्तार को देखते हुए आशंका है कि अगले एक महीने में स्थिति सितंबर जैसी हो जाएगी। इसे ध्यान में रखते हुए आयुष्मान योजना से संबद्ध भोपाल के 145 अस्पतालों को 20% बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
मॉस्क कान पर लटकने पर जुर्माना
तीनों शहरों में जिला प्रशासन लॉकडाउन से इतर सामान्य दिनों में भी कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करा रहा है। भोपाल में 70 स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। मास्क नहीं लगाने पर 100 की जगह 500 रुपए का स्पॉट फाइन किया जा रहा है। इंदौर में तो साफ निर्देश हैं कि मास्क मुंह पर लगा होना चाहिए। कान पर लटका मिला तब भी फाइन लगेगी। प्रशासन का कहना है कि बाजार में 60% लोग अभी भी बिना मास्क के घूम रहे हैं।
पुलिस के पांच सौ जवान तैनात
लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने की मुख्य जिम्मेदारी पुलिस को सौंपी गई है। पुलिस ने मुख्य सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों तक में नियमों का पालन कराने के लिए प्लान बना लिया है। इसके लिए शहरभर में अलग-अलग टुकड़ियां बनाई जा रही हैं। अकेले इंदौर में ही पुलिस के 500 जवान तैनात किए गए हैं।
परीक्षा देने वालों को रहेगी छूट
जो यात्री ट्रेन से कहीं जा रहे हैं या अप-डाउन करते हैं तो वे टिकट दिखाकर स्टेशन जा सकेंगे। अगर किसी की परीक्षा है तो उन्हें भी नहीं रोका जाएगा। कोई बीमार दूसरे जिले से आता है तो उसे सक्षम अधिकारी का परमिशन लेटर दिखाना होगा।