बारिश से फसल भींगने और कोरोना संक्रमण के कारण इंदौर-उज्जैन संभाग में गेहूं की खरीद रोकी

भोपाल | मौसम में अचानक आए बदलाव और तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देख राज्य सरकार ने इंदौर और उज्जैन संभाग में गेहूं की खरीद प्रक्रिया रोक दी है। इसे शुरू करने की नई तारीख सरकार बाद में घोषित करेगी। अभी 22 मार्च से खरीद शुरू होना थी। गेहूं की खरीदी तारीख दूसरी बार आगे बढ़ी है। पहले सरकार ने 15 मार्च से खरीदी शुरू करने की तैयारी की थी, पर 12 मार्च को अचानक मौसम बिगड़ा और तेज हवा, बारिश, ओलावृष्टि के कारण सरकार को तारीख 22 मार्च करनी पड़ी। शुक्रवार (19 मार्च) को इंदौर-उज्जैन संभाग सहित प्रदेश के 20 जिलों में दोबारा बारिश और ओलावृष्टि हो गई।

इससे खेत और खलिहान में कटी रखी फसल गीली हो गई, जिसे सूखने में वक्त लगेगा। इसे देखते हुए सरकार ने खरीदी प्रक्रिया फिर रोक दी है। हालांकि, गेहूं खरीदने के लिए सरकार ने तमाम प्रबंध कर लिए थे। बारदानों का इंतजाम करने के साथ कोरोना गाइडलाइन के तहत सुरक्षित तरीके से तुलाई की व्यवस्था भी बना ली थी, पर मौसम और कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकार को खरीद प्रक्रिया रोकने के लिए मजबूर कर दिया।

किसानों का पंजीयन जांचेंगे तहसीलदार
रबी फसल बेचने के लिए सामने आए किसानों के पंजीयन, रकबे एवं फसल के सत्यापन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं तहसीलदार द्वारा किए जाएंगे। पिछले साल सामने आई अनियमितता के बाद किसी तरह की गड़बड़ न होने देने के लिए सरकार ने यह फैसला किया है। कई जिलों में दूसरे राज्यों के लोगों ने पंजीयन कराकर फसल बेची थी, इस पर सख्ती से रोक लगाई जाना है। इस मामले में सख्ती इसलिए भी जरूरी है क्योंकि अब रबी फसल की खरीदी का काम कई जिलों में शुरू होने वाला है।

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के संचालक ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा है कि सत्यापन करने के दौरान यह ध्यान रखें कि पिछले साल के पंजीयन से 50 प्रतिशत अधिक पंजीकृत रकबा वाले, 4 हेक्टेयर से अधिक रकबा वाले किसान, सिकमी, बटाईदार किसान एवं अन्य के स्वामित्व की भूमि पर पंजीयन कराने वालों का सत्यापन खासतौर पर करना है। साथ ही गिरदावरी किसान एप एवं कियोस्क, कॉमन सर्विस सेन्टर पर गिरदावरी किसान एप के माध्यम से पंजीकृत किसान, भू-अभिलेख डाटा एवं पंजीयन में किसान के नाम में भिन्नता, खसरा आधार से लिंक न होने वाले किसान की भी जांच किया जाना है।