महिलाओं के खिलाफ अपराधों में आई कमी
सात माह के अपराधों की समीक्षा के बाद पुलिस का दावा
भोपाल। प्रदेश में पुलिस ने दावा किया है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पहले सात माहों में महिला अपराधों में कमी आई है। गैंगरैप के मामलों में 19.01 फीसदी और छेड़छाड़ के मामलों में 9.85 फीसदी अपराध कम हुए हैं। पुलिस ने दावा किया है कि महिलाओं के खिलाफ कुल 7.91 फीसदी अपराध कम हुए हैं।
पुलिस द्वारा 1 जनवरी से 31 जुलाई सात के अपराधों की समीक्षा में यह बात सामने आई है। पुलिस का कहना है कि पिछले वर्श 2023 की तुलना में इस साल सात माह में अपराध कम हुए हैं। पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए आंकड़ों के अनुसार गैंग रेप के प्रकरणों में 19.01 प्रतिशत की कमी आई है वहीं महिलाओं के विरूद्ध घटित क्रूरता तथा दहेज प्रताड़ना के अपराधों में 3.23 प्रतिशत की कमी आई है। महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने के कारण ही छेड़छाड़ के अपराधों के प्रकरणों में 9.85 प्रतिशत की कमी दृष्टिगत् हुई है तथा इसी प्रकार महिलाओं के विरूद्ध कुल होने वाले अपराधों में 7.91 प्रतिशत की कमी आई है। इसी तरह संपत्ति संबंधी अपराधों की समीक्षा में पाया गया कि लूट के अपराधों में 23.22 प्रतिशत की कमी आई है, नकबजनी में 9.53 प्रतिशत की कमी आई है। इसी प्रकार सामान्य चोरी में 6.51 प्रतिशत की कमी हुई है।
10 फीसदी कम हुए बलात्कार के मामले
पिछले 7 माह में महिलाओं के विरूद्ध घटित गंभीर अपराधों में कमी आई, बलात्कार के प्रकरणों में 10.22 प्रतिशत की कमी, सामुहिक बलात्कार के प्रकरणों में 19.01 प्रतिशत की कमी, छेड़छाड़ के प्रकरणों में 9.85 प्रतिशत की कमी, दहेज प्रताड़ना में 3.23 प्रतिशत की कमी आई है। इसी प्रकार बच्चों (पॉक्सो एक्ट) के विरूद्ध घटित अपराधों में भी 14 प्रतिशत की कमी आई है।
अजा, अजजा के प्रति गंभीर अपराधों में भी आई कमी
विगत 7 माह में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के विरूद्ध घटित गंभीर अपराधों में पिछली अवधि की तुलना में 22.04 प्रतिशत की कमी आई है। जो अपराध वर्ष-2023 में (1 जनवरी से 31 जुलाई) 4033 थे, वह वर्ष 2024 में घटकर 3144 हो गए है। इसी प्रकार अनुसूचित जाति, जनजाति के हॉटस्पॉट में भी कमी आई है जो मध्यप्रदेश पुलिस की इन वर्गों के प्रति संवेदनशीलता एवं व्यावसायिक दक्षता से संभव हुआ है।