पहले इंसान हो, बाद में आईपीएस अधिकारी
भोपाल। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शिकायत दिनेश चंद्र सागर ने प्रशिक्षण अधिकारियों से कहा कि पहले वे इंसान है, बाद में आईपीएस अधिकारी। आप एक पुलिस अधिकारी के रूप में मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर शासन के नियमों, कानूनों का पालन करके विधिसंगत कार्यवाही करें।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शिकायत दिनेश चंद्र सागर ने यह बात आज पुलिस मुख्यालय में को भारतीय पुलिस सेवा के 11 प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रशिक्षण देते हुए कही। प्रशिक्षण में 76 आर आर बैच के भारतीय पुलिस सेवा के 11 प्रशिक्षु अधिकारी आदित्य सिंघानिया, आयुष जाखर, गौरव पांडे, मनस्वी शर्मा, मनीष भारद्वाज, मिनी शुक्ला, राज कृष्ण सुजवल जग़गा, उर्वशी सेंगर, विक्रम अहिरवार, जेंडेन लिंगज़ेरपा, सहित उनके हमराह कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षण हेतु पहुंचे थे। इन अधिकारियों को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शिकायत सागर ने शिकायत शाखा की कार्यप्रणाली के संबंध में बताया। खासकर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, राज्य मानव अधिकार आयोग एवं अल्पसंख्यक आयोग से प्राप्त शिकायतां एवं अनुशंसाओं के पालनार्थ की जाने वाली कार्रवाई से अवगत कराया गया कि आप एक पुलिस अधिकारी के रूप में मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर शासन के नियमों, कानूनों का पालन करके विधिसंगत कार्यवाही करें। आम जनता की शिकायतों के त्वरित निवारण हेतु मध्यप्रदेश शासन की सीएम हेल्पलाइन 181 (जन हेतु जन सेतु) का भी निर्धारित मापदंडों ओर समयसीमा में निराकरण कराएं। प्रशिक्षण की शुरुआत भारत सरकार ने संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने के महत्व को देखते हुए साल भर चलने वाले उत्सव “हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान“’ अभियान कि टैगलाइन के तहत सभी अधिकारियों को संविधान की प्रस्तावना का वाचन करके की गई। साथ ही प्रशिक्षु अधिकारियों को संतुलित आहार और शारीरिक व्यायाम करके स्वस्थ रहने की सीख दी गई।