नशा पीड़ितों के उपचार के लिए 31 जिलों में खुलेगे एटीएफ सेंटर

नशा पीड़ितों के उपचार के लिए 31 जिलों में खुलेगे एटीएफ सेंटर
भोपाल। नशे की लत को नियंत्रित करने और नशा पीड़ितों के पुनर्वास के लिए प्रदेश में व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के 31 जिलों में एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसेलिटीज (एटीएफ) सेंटर की स्थापना की जाएगी।
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने बताया कि शासकीय जिला चिकित्सालयों में एटीएफ सेंटर स्थापित होने के बाद नशा पीड़ितो का उपचार हो सकेगा। मंत्री ने बताया कि यह पहल प्रदेश के उन जिलों में की जा रही है, जिन्हें नशा मुक्ति के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इन जिलों के शासकीय जिला चिकित्सालयों में एटीएफ सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जहां नशा पीड़ितों के उपचार के लिए समर्पित वार्ड बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि एटीएफ सेंटरों की स्थापना के संबंध में एनडीडीटीसी और एम्स नई दिल्ली को प्रस्ताव भेजे गए हैं, जो केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स के तहत होंगे। इस पूरे प्रयास का मुख्य उद्देश्य नशे के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाना और पीड़ित व्यक्तियों को समुचित उपचार और पुनर्वास की सुविधा प्रदान करना है।
इन जिलों में खुलेंगे एटीएफ सेंटर
प्रदेश के 31 जिले आगर-मालवा, अलीराजपुर, अनुपपूर, अशोकनगर, बडवानी, बैतूल, बुरहानपुर, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, देवास, धार, हरदा, झाबुआ, कटनी, खरगौन, मण्डला, निवाड़ी, श्योपुर, उज्जैन, राजगढ़, शहडोल, शिवपुरी, सीधी, सिंगरौली, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, उमरिया, मऊगंज, मेहर एवं पार्डुना में एटीएफ सेंटर प्रारंभ होंगे। ये सेंटर नशा मुक्त भारत अभियान को और अधिक मजबूती प्रदान करेंगे।