कमियों को ढूंढ़ेगी कांग्रेस, कार्यकारिणी भी होगी छोटी

 कमियों को ढूंढ़ेगी कांग्रेस, कार्यकारिणी भी होगी छोटी

भोपाल। लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस में नई कार्यकारिणी गठन के पहले पूर्व में बनी जम्बो कार्यकारिणी को लेकर नेताओं की नाराजगी सामने आ रही है। विरोध करने वाले पार्टी के वरिश्ठ नेता ही है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और डा गोविंद सिंह खुद से संविधान के विपरीत गठित कार्यकारिणी बता रहे हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस को अपनी कमियों को ढ़ूढ.कर दूर करना होगा। 
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के पहले ही प्रदेश कांग्रेस के वरिश्ठ नेताओं ने संगठन में कसावट की बात उठानी शुरू कर दी है। ये नेता वर्तमान नेतृत्व के पक्षधर भी नजर आ रहे हैं। इनका कहना है कि जब दिल्ली में बैठे नेताओं ने कमान युवाओं को सौंपी है तो युवा नेतृत्व को उनके भरोसे पर खरा उतरना चाहिए। पुरानी गलतियों से सबक लेकर अब आगे संगठन को मजबूत करने का काम करना चाहिए। 
वरिश्ठ नेताओं ने हाल ही में राजधानी में प्रत्याशियों और पदाधिकारियों की बैठक में यह बात उठाई थी कि अब नई कार्यकारिणी में ज्यादा लोगों को काम नहीं सौंपना चाहिए। यह बात पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने उठाई थी। उनका कहना था कि वर्तमान में पांच सौ से एक हजार तक पद देकर कार्यकारिणी गठित की गई है। इसे पार्टी संविधान के अनुसार छोटी होनी चाहिए। जवाबदेही उन्हें को दी जाए जो वास्तव में संगठन को मजबूत करने का काम करें। 
परिवार को ठीक से चालने लेने होंगे कडे़ फैसले
वहीं अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह ने भी यह मुद्दा उठाया है। गोविंद सिंह ने साफ कहा है कि अभी संगठन के संविधान के विपरीत पांच सौ से एक हजार पद बांट दिए गए है,अब हम इसे ठीक करने जा रहे है। उनका कहना है कि इस कदम से यदि किसी नेता को परेशानी होती है तो वह इस बात को समझ ले कि परिवार को ठीक से चलाने के लिए कभी कभी कड़े और विपरीत कदम भी उठाने पड़ते है। 
कमान युवाओं के हाथ में ही
 प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र ने हाल ही में भोपाल में बैठक ली थी। इस बैठक में उन्होंने साफ कहा था कि अभी से ही आगामी विधानसभा उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू करनी होगी। हम चुनाव के समय नहीं बैठेंगे। 15 जुलाई से लेकर 15 अगस्त तक मंथन अभियान चलाएंगे। प्रदेश में कांग्रेस असफल क्यों हो रही है, इस दौरान उस कमी को ढूंढेंगे और उन्हें दूर भी करेंगे। पार्टी की कमान युवाओं के हाथ में ही है,जीतू पटवारी, उमंग सिंघार हमारा पूरा नेतृत्व युवाओं के हाथों में है।