स्वैच्छिक रक्तदाताओं के घर पहुंचेगी ब्लड कलेक्शन वैन

भोपाल | लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने एनएचएम मुख्यालय से ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन और वैक्सीन रेफ्रिजरेटर वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राजभवन और विधानसभा के लिए एक-एक एम्बुलेंस भेजी गई। इस अवसर पर उन्होंने काया-कल्प अवार्ड वर्ष 2020-21 की घोषणा भी की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि ग्रामीण और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वैच्छिक रक्तदाताओं को रक्त देने ब्लड बैंक तक नहीं आना होगा।

अब वे रक्तदान-जीवनदान से वंचित नहीं रहेंगे। उनके गांव और घर ब्लड लेने ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन आएगी। वातानुकूलित इस वैन में डोनर काउच, रेफ्रिजरेटर, कलेक्शन मॉनीटर, ट्यूबसिलर उपकरण रहेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रथम चरण में आज प्रदेश के 24 जिलों में यह वैन पहुंचाई जा रही है। शेष जिलों में भी जल्द ही ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन भेजी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने इस प्रोजेक्ट को बनाने वाले स्व. डॉ. मुंशी को याद किया और कहा कि डॉ. मुंशी के अथक प्रयासों से बनाया गया प्रोजेक्ट आज मूर्त रूप ले रहा है।

उन्होंने मौके पर मौजूद स्व. डॉ. मुंशी की पत्नी वंदना मुंशी के कार्यक्रम में आने पर आभार व्यक्त किया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिलाओं के लिए उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं और सुविधाओं में ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन एक नई सौगात है। 

उन्होंने कहा कि प्रसव काल में अत्यधिक रक्तस्त्राव होने से अनेकों जिंदगी संकट में आती हैं। उस समय रक्त की जरूरत होती है और रक्त उपलब्ध नहीं होने पर जिंदगी संकट में आ जाती है। ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन से रक्त कलेक्ट कर ब्लड बैंक तक लाया जायेगा। अस्पतालों में जरूरत पड़ने पर रक्त की कमी नहीं रहेगी। गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशु, थैलेसीमिया एवं सिकलसेल एनीमिया, कैंसर, ट्रॉमा और एक्सीडेंट के मरीजों को नि:शुल्क एवं बिना रिप्लेसमेंट के रक्त प्रदान किया जा सकेगा।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने गैल इण्डिया द्वारा उपलब्ध कराई गयी वैक्सीन रेफ्रिजरेटर वैन को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस वैन के माध्यम से एक बार में वैक्सीन की 3 लाख डोज राज्य-स्तर से संभागों के लिये भेजी जा सकेगी। उन्होंने कोरोना काल और टीकाकरण में स्वास्थ्य विभाग के अमले द्वारा दी गई सराहनीय सेवाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे कोरोना उपचार प्रबंधन और वैक्सीनेशन में विभाग की अच्छी छवि बनी है।

काया-कल्प अवार्ड देने की घोषणा 
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने स्वास्थ्य संस्थाओं में सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने, बेहतर साफ-सफाई रखने सहित अन्य मापदण्ड पर मूल्यांकन में श्रेष्ठ पाए गए अस्पतालों को काया-कल्प अवार्ड देने की घोषणा भी की। जिला अस्पताल की श्रेणी में पहला अवार्ड जबलपुर, दूसरा भोपाल, तीसरा विदिशा को, सिविल अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की श्रेणी में पहला अवार्ड इछावर जिला सीहोर, दूसरा संयुक्त रूप से रामनगर जिला सतना, पाटन जिला जबलपुर और तीसरा अवार्ड एल्गिन जिला जबलपुर को देने की घोषणा की गई। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल, एमडी एनएचएम छवि भारद्वाज, संचालक स्वास्थ्य बसंत कुर्रे, अपर संचालक स्वास्थ्य डॉ. पंकज शुक्ला, डॉ. संतोष शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।