प्रधानमंत्री किसान निधि: प्रदेश के 78 लाख किसानों के खातों में डालेंगे रुपए
भोपाल | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री किसान निधि के अंतर्गत देश के 9 करोड़ किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपए की राशि उनके बैंक खातों में अंतरित कर सौगात दे रहे हैं। इसमें मध्यप्रदेश के 78 लाख किसान शामिल हैं।
प्रधानमंत्री किसान निधि के क्रियान्वयन के लिए केन्द्र सरकार को किसानों की सूची भेजने का कार्य आवश्यक था। इस संबंध में पूर्व सरकार द्वारा रुचि न लेने के कारण योजना के क्रियान्वयन में जो बाधा आई थी, वो समाप्त की गई। पात्र किसानों के नाम सूची में जोड़े गए हैं। अटल जी की जयंती पर यह शुभ कार्य हो रहा है। उल्लेखनीय है कि इस योजना में केन्द्र सरकार द्वारा छोटे और सीमांत किसानों को 6 हजार रुपए की राशि प्रति वर्ष देने का प्रावधान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हित में इस योजना में दो-दो हजार रुपए की दो अतिरिक्त किश्तें जोड़कर योजना में किसान को 10 हजार रुपए वार्षिक दिए जाने का प्रावधान कर योजना की उपयोगिता बढ़ा दी गई है। अटल जी की जयंती पर प्रधानमंत्री श्री मोदी वर्चुअल कार्यक्रम में किसानों से चर्चा कर उन्हें संबोधित करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने वीसी द्वारा कैबिनेट बैठक शुरू होने के पहले मंत्रियों को जानकारी दी कि मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन पूरे प्रदेश में प्रसारित होगा। किसानों को प्रधानमंत्री किसान निधि की राशि अंतरित करने का यह वर्चुअल कार्यक्रम विकासखंड और पंचायत स्तर पर होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि किसान कल्याण पर मध्यप्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। प्रदेश के 35 लाख किसानों को सोलह सौ करोड़ रुपए की राहत राशि देने की पहल भी की गई। इसके अंतर्गत किसानों के खाते में राशि अंतरित की जा रही है। इसकी शुरूआत गत 18 दिसम्बर को की गई। अभी दी गई राशि एक तिहाई है। अगली किश्त के भुगतान के लिए भी आवश्यक प्रबंध किया जा रहा है।
विधायक और मंत्री रहेंगे मौजूद
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि 25 दिसंबर को पूर्वान्ह 11 बजे कार्यक्रम में विधायक, सांसद भी उपस्थित रहेंगे। कृषि मंत्री को सूचना देकर विधायक और मंत्री अपने लिए कार्यक्रम स्थल निर्धारित कर लें। कार्यक्रम के प्रारंभ में विधायक और सांसद किसान कल्याण कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री का संबोधन होगा। तत्पश्चात दोपहर 12 बजे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री और उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन होगा। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नए कृषि कानूनों की जानकारी भी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से इस कार्यक्रम की आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने को भी कहा। सभी कार्यक्रमों को व्यवस्थित रूप से संपन्न करवाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर समन्वय पूर्वक कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा विभाग से संबंधित बड़ी परियोजनाओं की मंत्री भी नियमित रूप से समीक्षा करें। परियोजनाओं के क्रियान्वयन में समय-सीमा का ध्यान रखा जाए।
उन्होंने कहा कि वह स्वयं हर महीने प्रोजेक्ट्स की समीक्षा कर रहे हैं। मंत्री प्रतिमाह समीक्षा कर कार्यों को गति प्रदान करें। निमार्णाधीन कार्यों की पूर्णता में विलम्ब होने से इनकी लागत भी बढ़ जाती है, इसलिए मुख्यमंत्री और मंत्री स्तर पर इनकी समीक्षा होना ही चाहिए। केबिनेट बैठक के पहले राष्ट्र गीत वंदे मातरम् का गायन भी हुआ।