हर छह माह में होगी समीक्षा, सक्रिय पदाधिकारियों को किया जाएगा प्रोत्साहित

हर छह माह में होगी समीक्षा, सक्रिय पदाधिकारियों को किया जाएगा प्रोत्साहित
भोपाल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश प्रभारी जितेंद्र भंवर सिंह ने कहा है कि पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की रणनीति बनाई जा रही है और पदाधिकारियों के कार्यों की हर छह माह में समीक्षा की जाएगी और सक्रिय पदाधिकारी को प्रोत्साहित किया जाएगा।
राजधानी भोपाल में कांग्रेस की प्रदेश कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक संपन्न हुई। बैठक के दूसरे दिन शुक्रवार को नई कार्यकारिणी के पदाधिकारी के साथ बैठक हुई।  बैठक से पहले प्रदेश प्रभारी सिंह ने तमाम पदाधिकारियों से मुलाकात की और उनका परिचय प्राप्त किया। बैठक में पहुंचे पदाधिकारियों को एक प्रोफार्मा भी दिया गया है, जिसमें वे अपने से संबंधित जानकारी भरकर देंगे और आगामी समय में पार्टी के लिए क्या करना चाहिए यह सुझाव भी देंगे।  इस मौके पर मीडिया से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रभारी सिंह ने कहा कि पार्टी ने जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने की रणनीति बनाई है, इसी के तहत वार्ड और पंचायत समितियों का गठन किया जाना है। इसके साथ ही पदाधिकारी को प्रभार भी सौंप जाएंगे। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य के पदाधिकारियों के कार्यों की हर छह माह में समीक्षा की जाएगी । संभवत यह पहला अवसर होगा, जब इस तरह की कार्य योजना बनाई जा रही है। जो भी पदाधिकारी अच्छा काम करेंगे, उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा, वहीं निष्क्रिय रहने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
अडानी के लिए सरकार चलाती है भाजपा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मीडिया से चर्चा करते हुए अडानी का मुद्दा उठाया। साथ ही भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में मनोपोली चल रही है। कुछ ही लोगों को अमीर बनाया जा रहा है। नरेंद्र मोदी की मिलीभगत से आम जनता को लूटा गया। बिजली अधिकारियों को 2236 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई। भाजपा प्रवक्ताओं ने अडानी के हितों की बात की और उनका पक्ष लिया। भाजपा जनता के लिए नहीं बल्कि अडानी के लिए सरकार चलाती है। जिन्होंने भारत को लूटा, वह सभी मोदी के साथी क्यों हैं, ये जवाब देना चाहिए।
सिंघार की हटा दी कुर्सी
प्रदेश कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आज विवादों की भेंट चढ़ गई। बैठक में उस वक्त अजीबो-गरीब स्थिति दिखाई दी, जब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की कुर्सी हटा दी गई। हालांकि, इस बैठक से भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नदारद रहे। सिंघार की कुर्सी हटने की जानकारी लगते ही भाजपा ने उस पर तंज कसना शुरू कर दिया। भाजपा नेताओं ने कहा कि ये होता है कुर्सी का खेल. कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हटवाई नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की कुर्सी. सिंघार जी कुछ समझ में आया?