पांच सालों से हवा में लटक रहे फ्लाईओवर को बना नहीं सके, अब फुट ब्रिज बनाएंगे
सतना | शहर में यातायात का दबाव कम करने के नाम पर पिछले पांच सालों से सेमरिया चौक में बन रहा फलाई ओवर तो बन नहीं पाया, वह आज भी हवा में लटक रहा है और मुख्तियारगंज में प्रस्तावित ओवर ब्रिज का मामला फाइलों से बाहर नहीं आ पाया है लेकिन अब एक और ब्रिज बनाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है। बताया जाता है कि रीवा रोड़ में वीनस स्वीट्स के आस-पास या शहर में ऐसे स्थान जहां भीड़- भाड़ ज्यादा रहती है ऐसे फुट ब्रिज बनाए जाने का प्रस्ताव बुधवार को सम्पन्न हुई स्मार्ट सिटी की बैठक के दौरान आया जिस पर विस्तार से चर्चा के बाद स्थान चिन्हित कर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्मार्ट सिटी परियोजना सतना के अध्यक्ष और कलेक्टर अजय कटेसरिया की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई स्मार्ट सिटी सतना के नये कार्यों पर लगभग दो घंटे विस्तारपूर्वक गहन चर्चा की गई। इस मौके पर आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा एवं उपायुक्त वित्त भूपेन्द्र देव सिंह परमार,ईई अरूण तिवारी, एईअजय गुप्ता, उपयंत्री अबोध शुक्ला, अमरदीप दुग्गल,चंन्द्रमणि मिश्रा सहित स्मार्ट सिटी परियोजना के अधिकारी उपस्थित रहे।
डायलिसिस सेंटर की स्थापना या मेटरनिटी विंग का प्रस्ताव
स्मार्ट सिटी की बैठक में कलेक्टर श्री कटेसरिया ने कहा कि सतना शहर में स्मार्ट सिटी परियोजना में जनोपयोगी और विकास के ऐसे कार्य किये जायें जिसे देखने के लिये आस-पास के जिले और दूर से आने वाले लोग भी इन्हें देखने के लिये उत्सुक रहें। उन्होने कहा कि मेडीकल कॉलेज के साथ ही सतना शहर में चिकित्सा सुविधाओं के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों और विकास के कार्य हो सकते हैं। इनमें एक बेहतर डायलिसिस सेंटर की स्थापना या मेटरनिटी विंग का प्रस्ताव लिया जा सकता है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में एडवांस लेवल टेस्ट का अस्पताल, वेदर फोर कास्टिंग सेंटर, साइंस म्यूजियम, नेक्टर लेक का विकास भी नागरिकों के आकर्षण का केन्द्र और उपयोगी सुविधायें ली जा सकती हैं।
बनेगा वर्किंग वुमेन हॉस्टल
बैठक के दौरान स्मार्ट सिटी परियोजना के जिन नये प्रोजेक्टों पर चर्चा की गई उनमें कामकाजी महिलाओं के लिए वर्किंग वुमेन हॉस्टल, शहर के पार्कों में चाइल्ड फ्रेंडली खेल उपकरण, धवारी तालाब, अमौधा तालाब, डालीबाबा से सतना नदी तक स्मार्ट रोड के निर्माण, दादा सुखेन्द्र सिंह स्टेडियम, धवारी स्टेडियम के विकास, बस स्टैण्ड के रिनोवेशन, टाउन हाल, पुलिस बैरीकेटिंग, मुख्तियारगंज बायपास, मल्टी लेवल कॉम्प्लेक्स, लेक नेक्टर के विकास और खिलौना ट्रेन के संचालन आदि पर प्रमुखता के साथ चर्चा की गई।
एक साल में होंगे 300 करोड़ के कार्य
कलेक्टर श्री कटेसरिया ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नये कार्य इस तरह प्रस्तावित हों, जो भविष्य के लिये सदैव उपयोगी हो। इसके अलावा परियोजना के कार्यों के संचालन और संधारण की रूपरेखा और व्यवस्था भी पूर्व से तय कर लें। उन्होने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्य अन्य शहर के विकास कार्यों से कुछ अलग हटकर और जनोपयोगी होने चाहिये। कलेक्टर श्री कटेसरिया ने कहा कि स्मार्ट परियोजना के कार्यों में एक वर्ष में लगभग 300 करोड़ रुपए के कार्य पूर्ण कराने के लक्ष्य को लेकर चलें।
कोठी और मैहर रोड में बस स्टैण्ड
शहर में यात्री वाहनों के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के मैहर और कोठी रोड़ में नया बस स्टैण्ड बनाया जाएगा। गौरतलब है कि ये दोनों बस स्टैण्ड पहले रिडेंशीफिकेशन योजना के तहत बनाए जाने थे अब इन्हें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया गया है।
व्यकंटेश मंदिर परिसर को मिलेगा नया स्वरूप
शहर के मुख्तियारगंज स्थित सुप्रसिद्व स्थल व्यकंटेश मंदिर परिसर को नया और भव्य स्वरूप देकर मनोहारी बनाया जायेगा। भगवान विष्णु के इस मंदिर में आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को उनके दशावतार की झांकी के दर्शन भी परिसर में हो सकेंगे। व्यकंटेश मंदिर के परिसर को खूबसूरत आकार देने 8 करोड़ रुपए लागत की कार्य-योजना प्रस्तावित की गई है। व्यकंटेश मंदिर के प्लान में भगवान विष्णु के दशावतार की झांकी भी शामिल।