स्वच्छता सर्वेक्षण 2021: ओडीएफ प्लस-प्लस घोषित हुआ रीवा नगर
रीवा | स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के सबसे पहले और महत्वपूर्ण परीक्षा में नगर निगम पास हो गया है। शहर को ओडीएफ प्लस-प्लस का सर्टीफिकेट मिल गया है। जिससे नगर निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों में खुशी का माहौल है। बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए सबसे पहले ओडीएफ का सर्टीफिकेट पाना जरूरी होता है। इसके मिलने के बाद ही आगे के सर्वेक्षण को जारी रखने की अनुमति मिलती है। शहर को लगातार खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा रहा है। इसके पीछे नगर निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों और प्रेरकों के साथ जागरुक जनता की सहभागिता महत्वपूर्ण रही है।
गौरतलब है कि ओडीएफ प्लस-प्लस घोषित होने के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण के आगे की तैयारी के लिए निगम अमला जुट गया है। अब सर्वेक्षण की दूसरी परीक्षा जो कि स्टार रेटिंग है उससे नगर निगम को गुजरना है। गौरतलब है कि पिछली बार स्टार रेटिंग में नगर निगम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। मगर इस बार की तैयारियों को देखकर लग रहा है कि जितने भी स्टार रेटिंग का निगम दावा करेगा, उतनी ही रेटिंग निगम को मिल सकती है। पता चला है कि नगर निगम इस बार खुद को तीन स्टार रेटिंग पर खरा होना बताएगा। बाद में शासन की ओर से सर्वे किया जाएगा और यह तय किया जाएगा कि रीवा थ्री स्टार रेटिंग के मानकों को पूरा करता है या नहीं।
ज्ञात हो कि ओडीएफ प्लस-प्लस का सर्वे करने के लिए दिल्ली से अधिकारी रीवा पहुंचे थे। जिन्होंने निर्धारित ओडीएफ प्वाइंट में जाकर साफ-सफाई और खुले में शौचमुक्त प्रबंधन का निरीक्षण किया था। इसके साथ ही सामुदायिक और सुलभ शौचालयों का भी बारीकी से निरीक्षण किया था। ज्ञात हो कि ओडीएफ प्लस-प्लस टीम के आने के महीने भर पहले से ही नगर निगम का अमला सामुदायिक शौचालयों, सुलभ शौचालयों और ओडी प्वाइंट को दुरुस्त करने में जुट गया था। जिसका परिणाम आज नगर निगम को मिला है। शहर को एक बार फिर से ओडीएफ प्लस-प्लस सर्टीफिकेट प्राप्त हुआ है। बता दें कि गत वर्ष 12 दिसम्बर को ओडीएफ की टीम निरीक्षण करने के लिए पहुंची थी।
चार केटेगरी में होगी रेटिंग
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की गाइड लाइन के मुताबिक गारबेज फ्री सिटी के लिए चार केटेगरी निर्धारित हैं। जिनमें से 7 स्टार, 5 स्टार, 3 स्टार एवं 1 स्टार रेटिंग शामिल है। बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार ने 7 स्टार रेटिंग से सिर्फ इंदौर शहर को दावा करने के निर्देश दिए हैं। ज्ञात हो कि बीते सभी सर्वेक्षण में इंदौर शहर हमेशा से पहले नंबर पर आया है। वहीं 5 स्टार रेटिंग में भोपाल और उज्जैन को शामिल किया गया है। जबकि 3 स्टार में रीवा सहित अमृत योजना में शामिल 31 शहरों के नाम हैं और बाकी निकाय 1 रेटिंग के लिए दावा कर सकेंगे।
पिछले वर्ष 5 स्टार रेटिंग का किया था दावा, मिले थे जीरो
गारबेज फ्री सिटी का पिछले वर्ष से सर्वे अलग होने लगा है और इसकी रेटिंग भी अलग होती है। बता दें कि पिछले स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर निगम और सफाई करने वाली ठेका कंपनी से बहुत बड़ी चूक हुई थी जिसका खामियाजा नगर निगम को भुगतना पड़ा था। गत वर्ष निगम ने खुद को 5 स्टार के रेटिंग के शहरों में शामिल किया था मगर कचरा प्रबंधन करने वाली कंपनी ने आवेदन में सतना की प्रोफाइल अपलोड कर दी थी। जिसके चलते सर्वे करने पहुंची टीम को रीवा में सतना की लोकेशन मिल रही थी। ऐसे में रीवा को अपने दावे के अनुसार कोई स्थान नहीं मिला था।
ज्ञात हो कि पिछले सर्वेक्षण में निगमायुक्त रहे सभाजीत यादव ने स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रति बहुत ही ढिलाई से काम किया था। शहर की स्थिति कुछ ऐसी हो गई थी जैसे 2016 के पहले बगैर स्वच्छ भारत मिशन के रहा करती थी। जिसके चलते रीवा को स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में कोई स्थान ही नहीं मिला था। हालांकि इस वर्ष अधिकारी शहर को सर्वेक्षण में अच्छा स्थान दिलाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। जो ओडीएफ प्लस-प्लस सर्टीफिकेट से साबित भी हो रहा है।
यह हैं 3 स्टार रेटिंग की अनिवार्यता
बताया गया है कि शहर के 60 प्रतिशत हिस्से में अपशिष्ट संग्रहण, नियमित रूप से झाडू लगना, लिटरबिन, स्टोरेजबिन, सूखे-गीले कचरे का प्रसंस्करण और शिकायतों का निराकरण अनिवार्य है। हालांकि शहर में अभी सूखे-गीले कचरे का प्रसंस्करण करने का इंतजाम नहीं है। भले ही सफाई रथों में गीला और सूखा कचरा डालने की अलग-अलग जगह हो मगर दोनों प्रकार के कचरे गाड़ी में डलने के बाद एक-दूसरे से मिश्रित हो जाते हैं।
स्टार रेटिंग 3 में शहर के 30 प्रतिशत हिस्से में कम से कम होम कम्पोस्टिंग, निर्माण एवं ध्वंस अपशिष्ट प्रसंस्करण और रिसाइकल डम्प साइट का उपचार होना जरूरी है। जबकि 50 प्रतिशत हिस्से में बड़े कचरा उत्सर्जक, स्पाट फाइल, उपयोगकर्ता शुल्क, प्लास्टिक बैन, वैज्ञानिक लैण्डफिल, जलाशय और नालों का रखरखाव करना है। हालांकि शहर में जलाशयों के रखरखाव के विशेष इंतजाम नहीं किए गए हैं।