डाकू गौरी की तलाश: फोर्स के साथ ददरी जंगल पहुंचे एडीजी प्रयागराज

सतना | 1 लाख 50 हजार के इनामी अंर्तप्रांतीय डकैत गौरी यादव गिरोह के द्वारा सड़क ठेकेदार से रंगदारी मांगने के उपरांत वन कर्मियों के साथ मारपीट कर रंगदारी मांग कर काम बंद करा दिए जाने के बाद यूपी पुलिस नींद से जागी है। डकैतों का खौफ कम करने के लिए जंगलों में पुलिस की चहलकदमी बढ़ गई है। डकैत गौरी के सफाए के लिए बुधवार को एडीजी प्रयागराज पुलित फोर्स के साथ ददरी जंगल पहुंचे। उन्होंने सतना पुलिस के साथ समन्वय बनाकर बार्डर में सक्रिय रहने वाले गौरी व अन्य डकैतों को जिंदा या मुर्दा पकडने का प्लान तैयार करने का निर्देश दिया। 

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को एडीजी प्रयागराज प्रेम प्रकाश, कर्वी एसपी अंकित मित्तल, अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश स्वरूप पांडेय, सीईओ रजनीश द्विवेदी व पुलिस फोर्स के साथ बहिलपुरवा थानान्तर्गत मारकुंडी वन परिक्षेत्र के ददरी जंगल पहुंचे। एडीजी ने वन विभाग के द्वारा कराए जा रहे चेक डेम निर्माण का निरीक्षण किया। इसी जगह पर डकैत गौरी यादव के द्वारा रविवार को दो वन कर्मियों के साथ मारपीट कर चार लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। ददरी जंगल का भ्रमण करने के उपरांत एडीजी प्रयागराज ने जंगल से लगे गांवो में रहने वाले ग्रामीणों से मुलाकात की।

बताया गया कि एडीजी ने एसपी कर्वी को निर्देश दिया कि डकैत गौरी व अन्य बदमाशों के सफाए के लिए नए सिरे से रणनीति बनाई जाए। डकैत एमपी- यूपी के सीमा का फायदा उठाते हैं। इसका फायदा डकैत न उठा पाए लिहाजा सतना और रीवा के पुलिस अधीक्षक से बैठक कर ज्वाइंट आपरेशन चलाया जाए। सूत्रोंं की मानें तो गौरी और हाल ही में जंगल में बंदूक लेकर उतरे नवोदित दस्यु सरगना सम्पत गैंग की धरपकड़ के लिए एमपी -यूपी  पुलिस के अधिकारियों की ज्वाइंट बैठक होने वाली है जिसमें खासतौर से गौरी के खात्मे के लिए प्लान तैयार किया जाएगा। 

शुरु हुआ चेक डेम का निर्माण 
वन कर्मियों के साथ मारपीट कर मनरेगा के मद से बनवाए जा रहे चेक डेम का निर्माण कार्य डकैत गौरी यादव ने बंद करा दिया था। मंगलवार को एडीजी प्रयागराज के साथ ददरी पहुंचे कर्वी एसपी ने निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों की सुरक्षा के लिए पुलिस की तैनाती कर दी। पुलिस की सुरक्षा में बुधवार को चेक डेम का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया।

बताया गया कि निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा भी श्रमिकों से मुलाकात कर उन्हें सुरक्षित माहौल देने के लिए आश्वस्त किया गया था उधर सड़क निर्माण का काम अभी भी शुरू नही हो पाया है। डकैतों से खौफजदा श्रमिक काम पर आने के लिए राजी नहीं है। कर्वी पुलिस ने कहा कि सरकारी निर्माण कार्य में किसी को बाधक नहीं बनने दिया जाएगा। काम में लगे कर्मचारियों व श्रमिकों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी।