अस्पतालों में दवाइयां, ऑक्सीजन और बेड की कमी से मरीज हो रहे परेशान

भोपाल | प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू हो गई है।  प्रदेश में कई शहरों में आॅक्सीजन की कमी और कोविड मरीजों को लगने वाला अहम एंजेक्शन रेमडेसिविर की कमी ने लोगों को रुला दिया है।  सरकार का पूरा फोकस अस्पतालों में इलाज की व्यवस्थाओं पर है। राज्य सरकार ने भिलाई स्टील प्लांट से 60 टन आॅक्सीजन रोज सप्लाई करने का करार कर लिया है। पहली खेप मप्र को अगले एक दो दिन में मिलने की उम्मीद है। इधर, भोपाल कलेक्टर ने जिले में चल रहे प्लांट 24 घंटे चालू रखने के आदेश जारी कर दिए हैं।

वहीं मरीजों को रेमडेसिविर की आ रही किल्लत को लेकर इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि कालाबाजारी करने वालों के लाइसेंस निरस्त कर दुकान बंद कराएंगे। एफआईआर कर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। रेसीडेंसी में डॉक्टरों के साथ बैठक में यह भी फैसला हुआ कि आईएमए इंदौर के प्रेसीडेंट डॉ. सतीश जोशी की टीम रेमेडिसिवर को लेकर प्रोटोकॉल बनाएगी। इसी के अनुसार इंजेक्शन लगाए जाएंगे। देखने में आ रहा है कि अभी कई जगह बेवजह यह इंजेक्शन दिए जा रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि बेड तो फिर भी मिल रहे हैं, लेकिन आॅक्सीजन की खपत अधिकतम स्तर पर है। जबलपुर में कोरोना की दूसरी लहर के बाद फिर रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड बढ़ गई है। हालात यह हैं कि  इंजेक्शन्स खत्म हो गए थे इंजेक्शन को बनाने वाली कंपनीज ने कोरोना के मामले कम होने के बाद प्रोडक्शन घटा दिया था।

ग्वालियर में इंजेक्शन की कमी      
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जेएएच के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में 28 मरीज की हालत खराब है। इन मरीजों में से कई को डॉक्टर ने रेमडिसिविर इंजेक्शन लगाने के लिए लिखा है। जेएएच परिसर में दो मेडिकल स्टोर संचालित हैं लेकिन यहां इंजेक्शन ही नहीं हैं। इसी तरह प्राइवेट में भी एक हॉस्पिटल को छोड़कर सब जगह इंजेक्शन की कमी है। सरकारी अस्पताल में मरीजों को सबसे पहले उपलब्ध हों।

विधायक शुक्ला ने मांगे 5 हजार रेमडेसिविर 
विधायक संजय शुक्ला ने प्रदेश सरकार से पांच हजार इंजेक्शन की मांग की है। इसके लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान और जिला प्रशासन को पत्र भी लिखा। उन्होंने कहा ये इंजेक्शन मिलने पर वे जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क उपलब्ध करवाएंगे। इसके अलावा अन्य लोगों को सरकार द्वारा तय कीमत पर उपलब्ध करवाए जाएंगे। शुक्ला ने कहा उन्होंने सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल का दौरा किया था। वहां लोगों ने इंजेक्शन की परेशानी बताई। इसके अलावा अन्य लोगों ने भी कहा कि इंजेक्शन कई जगह मनमाने दाम पर मिल रहे है। इसकी कालाबाजारी हो रही है और मरीज के परिजन परेशान हो रहे हैं। इसलिए उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें इंजेक्शन उपलब्ध करवाए।

उज्जैन में ऑक्सीजन खत्म
माधवनगर अस्पताल कोविड सेंटर में बुधवार आधी रात को आॅक्सीजन खत्म होने की कगार पर पहुंच गई। केवल आधे घंटे चलने जितनी गैस बची थी। सूचना लगते ही कलेक्टर आशीष सिंह मौके पर पहुंचे। फिर यहां से चरक अस्पताल गए। वहां से सिलेंडर बुलवा कर तात्कालिक व्यवस्था कराई। उन्होंने सीएमएचओ डॉ महावीर खंडेलवाल को निर्देश दिए कि अब अस्पताल में दो घंटे का बैकअप अनिवार्य रूप से रखा जाए। 

सुचारू रूप से इलाज : शुक्ला
बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज सागर में आॅक्सीजन की कोई कमी नहीं है। यहां कोविड मरीजों का सुचारू रूप से इलाज जारी है। मरीजों के उपचार के सभी आवश्यक सुविधाएं और प्रबंध हैं। आॅक्सीजन सिलेंडर का पर्याप्त मात्रा में स्टाक है। सागर संभाग कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने बताया कि बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) में आॅक्सीजन की कोई कमी नहीं है। पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं।