होटल के बंद कमरों में हो रही एनएचएम की ट्रेनिंग
सतना | पहले जहां नेशनल हेल्थ मिशन की ट्रेनिंग व प्रशिक्षण कार्यक्रम सार्वजनिक तौर पर आयोजित किए जाते थे, वहीं अब एनएचएम की ट्रेनिंग होटल के बंद कमरो में कराई जा रही है। जबकि यह प्रशिक्षण आवासीय है इसमें जितने दिनों की ट्रेनिंग है संबंधित सेंटर में रोक कर स्वास्थ्य अमले को ट्रेनिंग लेना है बावजूद इसके स्वास्थ्य अमला रोजाना अप-डाउन करते हुए इसका प्रशिक्षण ले रहा है। बीते 17 मार्च से यह ट्रेनिंग सतना के आरके रेजीडेंसी होटल में आयोजित की जा रही है।
अब तक इस होटल में दो दिनों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है, दरअसल, जन्म के तुरंत बाद स्तनपान कराने व जन्म के पहले 6 माह में केवल स्तनपान व 6 माह के बाद स्तनपान के साथ ऊपरी आहार प्रारम्भ करने से बाल मृत्यु के प्रकरणों में कमी लाई जा सकती है लिहाजा एनएचएम द्वारा मां कार्यक्रम अन्तर्गत कुपोषण बाहुल्य क्षेत्रों के प्रसव केन्द्रों में पदस्थ पैरा मेडिकल स्टाफ का जिला स्तरीय आवासीय आयवायसीएफ परामर्श कौशल प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। गौरतलब है कि इसके पहले एनएचएम के प्रशिक्षण कार्यक्रम सार्वजनिक होते थे, लेकिन चार दिन चलने वाले इस प्रशिक्षण को एनएचएम के जिम्मेदारों द्वारा पूर्णत: गुप्त रखा गया है।
रह न जाए मार्च का मलाल
स्वास्थ्य विभाग से जुडे सूत्रों का दावा है कि ये ट्रेनिंग जो मार्च के जाते-जाते कराई जा रही है इसे पहले करना था लेकिन अब हो रही है। वहीं खबरे हैं कि मार्च में पूराना बजट जो प्रशिक्षण के लिए है वो लेप्स हो जाएगा और वारा-न्यारा भी होते-होते रह जाना है लिहाजा आनन -फानन इस ट्रेनिंग की औपचारिकताएं की जा रही हैं। अब ये तो समझ से परें ही है कि आखिर सीएमएचओ व एनएचएम के जिम्मेंदार 3 कमरों में 40 को आवासीय प्रशिक्षण कैसे देते हैं...? अब मार्च का कोई मलाल न हो लिहाजा अमला टेÑंड किया जा रहा है।र्
तीन कमरे में कैसे रुकते हैं 40 लोग
एनएचएम का यह प्रशिक्षण आवासीय है, जिसका उल्लेख सीएमएचओ के आदेश में किया गया है जबकि सूत्रों के हवाले से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि होटल आरके रेजीडेंसी में तीन ही कमरे बुक हैं अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर होटल के तीन कमरों में 40 स्वास्थ्य कर्मी कैसे रुकते होंगे? जबकि इसमें महिला - पुरुष दोनों को टेÑनिंग देना है। हालांकि सूत्रों का दावा यह भी है कि होटल के इन तीन कमरो में महज 6 लोग ही आवासीय प्रशिक्षण ले रहे हैं बाकी का अमला रोजाना सुबह 9 से 10 के बीच आता है और चला जाता है। सीएमएचओ ने यह भी चेतावनी जारी की है कि जो प्रशिक्षणार्थी कर्मचारी टेÑनिंग के दौरान अनुपस्थित रहेगा उसके विरुद्ध कार्रवाई कर वेतन कटौती की जाएगी। जानकार यह भी बताते हैं कि इस आवासीय प्रशिक्षण में 28 से 30 लोग ही मौजूद होते हैं।
फार्मासिस्ट का वेतन रोकने निर्देश
सीएमएचओ डॉ एके अवधिया गुरुवार को सतना के घूरडांग पीएचसी, हनुमान नगर नई बस्ती शहरी पीएचसी, उतैली संजीवनी क्लीनिक और सिंधी कैंप के सिविल डिस्पेंसरी का निरीक्षण करने मोटर साइकिल से पहुंचे। जानकारी आई है कि घूरडांग में फार्मासिस्ट विनोद मिश्रा बिना सूचना के बीते तीन दिनों से नदारद हैं। सीएमएचओ के निरीक्षण में भी फार्मासिस्ट गायब मिले लिहाजा तीन दिनों का वेतन काटने के निर्देश सीएमएचओ ने दिए हैं।