सिंधिया नेे कांग्रेस में कितने चूहे खाए थे, इसका हिसाब दें: दिग्विजय सिंह
भोपाल | मप्र में सरकार गिरने और बनने के एक साल पूरे होने पर जहां कांग्रेस ने लोकतंत्र सम्मान दिवस मनाया तो वहीं भाजपा ने खुशहाल दिवस मनाया। सिंधिया ने कांग्रेस की हालत 'सौ-सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज करने' जैसा बताया दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए पूछा कि सिंधिया पहले बताएं कि कांग्रेस में रहते हुए उन्होंने कितने चूहे खाए? इस दौरान कमलनाथ ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो अधूरे वचनों को पूरा किया जाएगा। ये सरकार सौदेबाजी की सरकार है, ज्यादा नहीं चलेगी। कमलनाथ ने ये बात वीडियो संदेश जारी कर कही।
कमलनाथ ने साफ संकेत दे दिए कि 2023 के चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी की तैयारियां जोरों पर हैं। दरअसल, पिछले साल 20 मार्च को ही कमलनाथ सरकार ने इस्तीफा दिया था। 15 महीने की सरकार सिंधिया के साथ विधायकों के दल बदलने के कारण गिर गई थी। शनिवार को कमलनाथ के सरकार गवाने के 1 साल पूरा होने पर कांग्रेस पार्टी ने पूरे प्रदेश में लोकतंत्र सम्मान दिवस मनाया। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और सुरेश पचौरी सहित सैकड़ों नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे। कांग्रेस के नेताओं ने इस मौके पर संविधान की प्रस्तावना को पढ़कर सुनाया। दिग्विजय सिंह पैदल यात्रा शुरू करने वाले थे, उन्हें लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण प्रशासन ने रोक दिया। वहीं कई जगह तिरंगा यात्रा भी निकाली।
चुनी हुई सरकार गिराने का कर रहे काम: पटवारी
ज्योतिरादित्य सिंधिया 3 बार देश को दुनिया के सामने बता चुके हैं कि उन्होंने किसके साथ क्या किया है। मैं कई बार आपको बता चुका हूं कि हमारे अध्याय में अब ज्योतिरादित्य सिंधिया समाप्त हो चुके हैं। वे अब भाजपा के एक मेंबर हैं। संस्थागत भाजपा लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है। वहीं, कांग्रेस पार्टी उनका विरोध करते हुए लोकतंत्र की रक्षा करना चाहती है और करती रहेगी। यह बात शनिवार को पूर्व मंत्री और विधायक जीतू पटवारी ने कही। वे कांग्रेस के लोकतंत्र सम्मान दिवस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
पटवारी ने कहा कि आज सबसे ज्यादा आवश्यकता है... दो चीजों से बचने की। जिस प्रकार से कोरोना महामारी लोगों की जान ले रही है, ठीक उसी प्रकार से लोकतंत्र की हत्या भाजपा, नरेंद्र मोदी सरकार और आरएसएस की विचारधारा ने की है। ये लोग लगातार चुनी हुई सरकारों को गिराने का काम कर रहे हैं। अगर लोकतंत्र बचाना है तो सबसे पहले इस विचार से लड़ना होगा कि जो वोट मिला है, उसकी हत्या करना है। भाजपा ने आज के ही दिन मप्र में लोकतंत्र की हत्या की, संविधान का मजाक उड़ाया, बाबा साहेब की अवहेलना भी की। इसीलिए पूर्व सीएम कमलनाथ ने आदेश दिया था कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना है।