खेत-खलिहान से लेकर जंगलों को आग की लपटों ने घेरा
रीवा | जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आग ने तबाही मचा रखी है। खेत-खलिहानों से लेकर जंगलों तक फैली आग से आम लोगों में भय का वातावरण बना हुआ है। जंगलों की आग बुझाने दमकल भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। आलम यह है कि जिले के गोविंदगढ़, सिरमौर, हनुमना एवं गढ़ के जंगलों में आग लगने की जानकारी सामने आई है। वहीं जिले के वीरखाम एवं गुढ़ में आग से सैकड़ों हेक्टेयर खेतों में खड़ी फसल जलकर नष्ट हो गई है। रविवार को त्योंथर के वार्ड क्रमांक-2 में खलिहान में रखी तकरीबन दो एकड़ की फसल आग से जल गई है। आग लगने का कारण अज्ञात है। किसान प्रेमसागर शुक्ला के खलिहान में लगी आग को बुझाने का लोगों ने प्रयास किया परंतु जब तक आग बुझ पाती, तब तक पूरा खलिहान आग से जल चुका था।
त्योंथर के गढ़ी चौकी अंतर्गत ग्राम घुसरुम में लगी एक घर की आग बुझाने के लिए लोगों द्वारा भारी मशक्कत की गई परंतु आग जब तक बुझती, गृहस्थी का सामान पूरी तरह से जल गया था। बताया गया है कि अज्ञात कारणों से घर में लगी आग के चलते अनाज भी पूरी तरह से जल गया, जिससे उसके परिवार के लोगों का उदर पोषण करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
घटेहा, झलरी में लगी आग, फसल हुई राख
त्योंथर क्षेत्र के घटेहा झलरी गांव में रविवार की सुबह 9 बजे आग लगने से छह बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई है। बताया गया है कि किसान अलगू सिंह द्वारा खलिहान में थ्रेसरिंग के लिए गेहूं की फसल रखी गई थी, जिसमें सुबह 8 बजे आग लग गई और पूरी फसल जल गई। ग्रामीणों द्वारा आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास किया गया परंतु जब तक आग बुझी, तब तक फसल जल चुकी थी।
पोखरा जंगल की नहीं बुझी आग
गुढ़ के पास पोखरा जंगल में लगी भीषण आग को अब तक नहीं बुझाया जा सका है। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड द्वारा आग में काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। फायर ब्रिगेड की टीम में राजेन्द्र तिवारी, इंदू एवं सुरेश प्रजापति ने आग बुझाने की काफी कोशिश की परंतु अभी तक आग पर काबू नहीं पाया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि मैदानी इलाके की वन भूमि में लगी आग से आसपास के लोगों में भय का वातावरण बना हुआ है। गौर करने वाली बात यह है कि तीन दिन पूर्व सोहागी के झिरिया जंगल तथा बरौंधा के जंगल में लगी भीषण आग से सैकड़ों कीमती पेड़ जलकर राख हो गए हैं। इसे विभागीय अधिकारियों की लापरवाही माना जा रहा है।