कोरोना की जांच के लिए अस्पताल और लैब नहीं वूसल सकेंगे मनमाने पैसे, सरकार ने तय की फीस

भोपाल | कोरोना  मरीजों से इलाज के नाम पर हो रही मनमानी पर रोक लगाने के लिए शिवराज सरकार ने कोरोना टेस्टिंग समेत कई अन्य चीजों की फीस तय कर दी है। इसके बाद से राज्य के निजी अस्पताल और लैब मनमानी फीस नहीं वसूल सकेंगे। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक आदेश में कोरोना टेस्टिंग की दर नए सिरे से निर्धारित कर दी गई है। सरकार की ओर से तय किए कोविड टेस्टिंग के दाम के मुताबिक अब आरटीपीसीआर टेस्ट केवल 700 रुपए में होगा, जबकि रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 300 रुपए वसूले जा सकेंगे। अगर टेस्ट की सैम्पलिंग घर से की जा रही है, तो इसके लिए 200 अतिरिक्त चार्ज लिए जा सकेंगे। इस शुल्क में ट्रांसपोर्ट, पीपीई किट जैसी सभी सुविधाएं शामिल होंगी। अस्पताल या लैब कोई अतिरिक्त शुल्क इसके अलावा नहीं ले सकेंगे।

वीडियो कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई कि मध्यप्रदेश कोरोना संक्रमण में देश में सातवें क्रम पर है। पिछले सात दिन में इंदौर का औसत पॉजिटिविटी रेट 15%, भोपाल का 19%, जबलपुर का 11%, ग्वालियर का 08%, उज्जैन का 09%, खरगोन और रतलाम का 15-15%, बैतूल का 13%, बड़वानी का 16% और छिंदवाड़ा का 07% रहा है। नए प्रकरणों की संख्या इंदौर में 788, भोपाल में 549, जबलपुर में 236, ग्वालियर में 146, उज्जैन में 98, रतलाम में 85, खरगोन में 75, बड़वानी में 73, कटनी में 65, छिंदवाड़ा में 62, बैतूल और नरसिंहपुर में 61-61, सिवनी में 56 और शाजापुर में 51 रही। प्रदेश के 23 जिलों में प्रकरणों की संख्या 50 से 20 के बीच में है और 15 जिलों में यह संख्या 20 से नीचे हैं।

प्रमुख बातें

  • सैंपल लेते समय ही संबंधित व्यक्ति का नाम, पता, मोबाइल नंबर ऐप पर अपलोड किया जाए। उनकी जानकारी को गोपनीय रखना होगा।
  • कोविड -19 की जांच रिजल्ट राज्य सरकार और आईसीएमआर के साथ आईसीएमआर पोर्टल पर साझा करते करने के साथ आरटीपीसीआर ऐप पर अपलोड करना होगा।
  • जांच रिजल्ट संबंधित मरीजों को उपलब्ध करना होगा। साथ ही पॉजिटिव आने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ ही आईडीएसपी सेल को भी जानकारी देना होगी।

संडे लॉकडाउन और नाइट कफ्र्यू के बाद भी 24 घंटे में रिकॉर्ड 3,398 नए केस

मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 3,399 नए केस मिले हैं। इस दौरान 15 लोगों की मौत भी हो गई। प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा 22 हजार के पार हो चुका है। ये आंकड़े तब हैं, जब प्रदेश के 12 शहरों में रविवार का लॉकडाउन है। इंदौर, भोपाल और जबलपुर में पिछले तीन रविवार को लॉकडाउन रहा, लेकिन संक्रमण की रफ्तार पर इसका कोई खास असर नहीं दिख रहा। महाकाल मंदिर के नंदी हॉल में भी प्रवेश प्रतिबंधित किया। सोमवती अमावस्या पर ओंकारेश्वर में 11 और 12 अप्रैल को बाहरी श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। ओरछा का रामराजा   मंदिर भी बंद कर दिया। वहीं 11 अप्रैल को होने वाली एमपीपीएससी-2020 की प्री-प्रारंभिक परीक्षा स्थगित की।

सभी मास्क लगाएं, जो ना पहने दुकानदार उन्हें सामान न दें, घरों में भी ना आने दें

मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना को काबू करने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान सोमवार शाम 6 बजे भोपाल की सड़कों पर निकले। सबसे पहले आनंद नगर पहुंच कर कहा- अस्पतालों में मरीज बढ़ते जा रहे हैं। हालात बिगड़ रहे हैं। इससे पहले की और हालात बिगड़े, सभी लोग मास्क लगाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। मैं हाथ जोड़ कर कह रहा हूं- मैं लॉकडाउन नहीं लगाना चाहता हूं। इसलिए सभी लोग मास का उपयोग करें। उन्होंने दुकानदारों से अपील कर कहा- बिना मास्क के आने वालों को सामान न दें। लोग अपने घरों में उन्हें ही आने दें, जो मास्क पहने हुए हो। सबसे पहले मैंने अपनी पत्नी और बच्चों को मास्क पहनाया।