ठेकेदार को शर्म नहीं आई कि, जूते से ही उखड़ गई चार दिन पहले बनी सड़क
सतना | प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़कों में भ्रष्टाचार की बेशर्मी देखना हो तो मैहर विधानसभा क्षेत्र की नई बनी सड़कों से जरूर जाएं। ढबरई-मनौरा को जोड़ने वाली सड़कअभी चार दिन पहले ही बनी है। लेकिन, चिकनी-चुपड़ी सड़क को देखकर खुश होने की जरूरत नहीं है। डामर के भीतर कुछ नहीं है, सिवाय मिट्टी और धूल के। जिसे आप अपने जूते की एड़ी से रगड़कर खोद सकते हैं। सड़क के इस बेशर्मीभरे निर्माण से न तो ठेका कंपनी शिवशक्ति कंस्ट्रक्शन को जांच का डर है न ही कार्रवाई का। दरअसल, इस सड़क के लिए विधायक नारायण त्रिपाठी लंबे समय से प्रयासरत रहे हैं। ग्रामीणों को भी इंतजार था। मनौरा मैहर तहसील के पुरातात्विक महत्व का पिछड़ा गांव है। विधायक विकास के नजरिए से उसे मुख्य धारा में लाना चाहते हैं।
ग्रामीण विकास की योजनाओं का यह कड़वा सच है कि, वहां किसी की रुचि नहीं है। ठेकेदार ने जो कर दिया, कर दिया। जैसा कर दिया ,कर दिया। जांच न कार्रवाई। न ही किसी अधिकारी की निगरानी। सबका अपना कमीशन है। शिवशक्ति कंस्ट्रक्शन भी इससे अलग नहीं है। लाखों रुपए के सरकारी धन से बनी इस सड़क की लंबाई नौ किले मीटर से अधिक है। बताया जाता है कि, सड़क निर्माण के मामले में यह ठेका कंपनी बदनाम है।
जानकारों के अनुसार, भ्रष्टाचार के इस खेल में मैहर से रीवा तक के छोटे बड़े अधिकारी शामिल हैं। शिकायतें दम तोड़ देती हैं। सीएम हेल्प लाइन भी बेअसर है। ढबरई-मनौरा नवनिर्मित सड़क की गुणवत्ता जांचने पहुंचे लो तब हैरान रह गए जब सड़क पर ऐड़ी रगड़ते ही बालू, मिट्टी भरभरा कर बाहर आ गई। डामर की पपड़ी निकलकर दूर जा गिरी। थोड़ी ही देर वहां गड्ढा बन गया। ऐसा थोड़ी-थोड़ी दूर पर कई जगह हुआ।
विधायक बोले- ब्लैकलिस्ट करो
शिवशक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी से विधायक नारायण त्रिपाठी खास नाराज हैं। उन्होंने कहा कि, कंपनी को तुरंत ब्लैक लिस्ट किया जाना जरूरी है। इसी शिवशक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी ने ही सरलानगर से सगमनिहा की सड़क का काम भी बेहद घटिया किया था। जिसकी बारीकी से जांच होनी चाहिए। घटिया निर्माण के लिए जिम्मेदार हर व्यक्ति पर कार्रवाई सुनिश्चित हो। काम जनता के हितार्थ कराए जाते हैं वो ठेकेदार और अधिकारियों के बदौलत भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते हैं, यह ठीक नहीं है।