चना, मसूर सरसों की खरीदी के लिए आज से खुलेंगे 19 केन्द्र
सतना | रबी विपणन वर्ष 2021-22 में चना, मसूर एवं सरसो के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी का कार्य विपणन संघ द्वारा 22 मार्च से 15 मई तक किया जायेगा। जिला उपार्जन समिति द्वारा जिले के पंजीकृत कृषकों से मण्डी, उपमण्डी, गोदाम स्तर पर चना, मसूर एवं सरसो की खरीदी कार्य के लिये 19 खरीदी केन्द्रों का निर्धारण किया गया है। तीनों जिसों की बिक्री के लिये 21 हजार 389 किसानों ने पंजीयन कराया है और इनसे 2 माह में 14 हजार एमटी के करीब उपार्जन का लक्ष्य रखा गया है।
ये होगी उपार्जन की तस्वीर
किसानों को उनके उपज का अधिकतम मूल्य देने के लिये शासन द्वारा जिले में 15 मार्च से समर्थन मूल्य पर चना, मसूर तथा सरसों की खरीद की जायेगी। इनकी खरीद जिला विपणन संघ द्वारा की जायेगी। इसके लिये जिले में 14 खरीदी केन्द्र बनाये गये थे जिन्हें बढ़ाकर 19 किया गया है। इस साल जिले की 9 तहसीलों के कुछ 21 हजार 389 में से चना के लिये 14199, मसूर 3167 तथा सरसो उपार्जन के लिये 4023 किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है।
पहले यह खरीदी 15 मार्च से शुरू होने वाली थी मौसम तथा अन्य समस्याओं को देखते हुए खरीदी का काम एक सप्ताह के लिये स्थगित किया था। इस बार 14 हजार मीट्रिक टन के करीब खरीदी करेगा। इसमें 12500 चना, 500 मसूर तथा 1 हजार एमटी सरसो शामिल है। बताया गया है कि शासन द्वारा इस साल चना तथा मसूर के लिये 5100 रुपए एवं सरसों के लिये 4650 रुपए प्रति क्ंिवटल समर्थन मूल्य घोषित किया गया है। पंजीकृत किसानों को केन्द्र में अपनी फसल लाने के लिये एसएमएस भेजे जा रहे हैं।
जिले में यहां बने केन्द्र
जिले में 19 केन्द्र बने हैं इनमें 13 सेवा सहकारी समितियों व 6 विपणन की समितियों को खरीदी के लिये अधिकृत किया गया है। इनके द्वारा नागौद में नागौद मंडी, वैभव लक्ष्मी वेयर हाउस, करतहा व ओम साईवेयर हाउस नागौद। रामपुर बाघेलान में मंडी में दो केन्द्र, मैहर मंडी में 3 केन्द्र, उचेहरा में मंडी तथा बरमेन्द्र वेयर हाउस, अमरपाटन मंडी व सीता वेयर हाउस, मझगवां में मंडी, बिरसिंहपुर उप मंडी, रामनगर कंडिका वेयर हाउस तथा मंडी परिसर और रघुराजनगर तहसील में कृषि उपज मंडी में दो तथा रुचि गोदाम में केन्द्र स्थापित किये गये हैं।
जिले में चना, मसूर और सरसो के उपार्जन का कार्य सोमवार से शुरू हो रहा है। खरीदी के लिये जिले में 19 केन्द्र बनाये गये हैं जहां सारी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। किसानों को उपज लाने के लिये एसएमएस भेजे जा रहे हैं।
नारेन्द्र प्रताप सिंह, जिला प्रबंधक मार्कफेड