रेवांचल बस स्टैण्ड को स्वच्छ, सुंदर व सुविधाजनक बनाने उतरे कलेक्टर

रीवा | रविवार को कलेक्टर पुराने और नए बस स्टैण्ड के निरीक्षण पर पहुंचे। जहां उन्हें कई अनियमितताएं और अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं। नए बस स्टैण्ड में सड़क पर सवारी ढोती तीन बसों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई। इसके बाद पुराने बस स्टैण्ड में निरीक्षण के दौरान मौके पर ही एक जर्जर सरकारी भवन को ढहा दिया गया। कलेक्टर की मंशा है कि पुराना बस स्टैण्ड व्यवस्थित हो जाए और यहां आने वाले यात्रियों को एक स्वच्छ, सुंदर और सुविधाजनक बस स्टैण्ड मिले।

गौरतलब है कि शहर में दोनों बस स्टैण्ड में अधिकारियों की मॉनीटरिंग की कमी के कारण संचालक मनमाना काम करते हैं। ज्ञात हो कि बस स्टैण्ड में बसों की इंट्री तभी होनी चाहिए जब उससे ठीक आधे घंटे बाद बस रवाना हो। मगर हालात यह हैं कि अगर कोई बस सुबह 8 बजे निकलनी है तो एक दिन पहले रात को ही बस लाकर खड़ी कर दी जाती है। कुछ बसें तो स्थायी रूप से बस स्टैण्ड में खड़ी रहती हैं। 

सोमवार को न्यू बस स्टैण्ड परिसर के बाहर से रीवा से चाकघाट, रीवा से सीधी और रीवा से हनुमना जाने वाली तीन बसों को सवारी ढोते पाया गया और तीनों के खिलाफ मौके पर ही पांच-पांच सौ रुपए की चालानी कार्रवाई की गई। इसके अलावा बस स्टैण्ड में बीच सड़क पर रखे पत्थर, बोर्ड, डिवाइडर आदि हटाने के भी निर्देश दिए गए।

बस स्टैण्ड का निरीक्षण करने के दौरान कलेक्टर ने देखा कि यहां पर एक ऐतिहासिक कुआं है जिसके चारों ओर गंदगी है और वह कभी भी ढह सकता है। कलेक्टर ने मौके पर ही नगर निगम के अधिकारियों को यह निर्देश दिए कि कुएं का मरम्मतीकरण कराया जाए और इसे ढंकने के लिए जाली तैयार करवाई जाए और कुएं के चारों ओर बाउंड्री बनाई जाए। इतना ही नहीं बस स्टैण्ड में काफी सालों से कुएं से पानी निकालकर दुकानों में बेचने वाले वृद्ध को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी सौंपने की भी बात कही। 

बाहर सामान रखने वालों को चेताया
कलेक्टर ने स्वयं ऐसे दुकानदारों को चेताया जो अपने दुकान के दायरे से बाहर सामग्री रखते हंै। गौरतलब है कि बस स्टैण्ड में जिनकी छोटी-छोटी दुकानें हैं वह भी अपने काउंटर को आगे बढ़ाकर सरकारी जमीन में दुकान सजा लेते हैं जिससे बसों की आवाजाही में काफी परेशानी होती है। हालांकि कलेक्टर के निर्देश के बाद सभी ने दुकान के बाहर रखे सामान को अंदर कर लिया।

अधिकारियों के सामने ही खुले में एक शख्स कर रहा था लघुशंका
निरीक्षण के दौरान एक ऐसा भी नजारा देखने को मिला जब नगर निगम के अधिकारी और खुद कलेक्टर बस स्टैण्ड में खड़े हैं और खुले में ही एक दीवार पर एक लापरवाह शख्स लघुशंका कर रहा था। जैसे ही कलेक्टर की नजर उस व्यक्ति पर पड़ी उन्होंने उसे बुलाया और उससे पूछा कि आपको कैसा लगेगा जब आपके बगल से महिलाएं और बच्चे निकलेंगे। कलेक्टर ने उसे यह भी समझाइश दी कि यहां पास में ही सुलभ शौचालय है आप वहां भी जा सकते थे। गौरतलब है कि नगरवासियों की यह बहुत बड़ी समस्या है कि उन्हें जहां भी खाली जगह दिखती है चाहे वह सरकारी संपत्ति हो या पब्लिक प्लेस वह वहीं पर ही गंदगी करने लगते हैं। कलेक्टर की फटकार के बाद वह शख्स हाथ जोड़कर माफी मांगने लगा और आइंदा से ऐसा न करने की शपथ ली।

बाउंड्रीवाल दुरुस्त कराने दिये निर्देश
सरदार वल्लभभाई पटेल न्यू बस स्टैंड का निरीक्षण करने कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी, निगम के अधीक्षण यंत्री शैलेंद्र शुक्ला के साथ पहुंचे। सर्वप्रथम बस स्टैंड में बालू, गिट्टी का ढेर देखकर नाराजगी व्यक्त की गई साथ ही बस स्टैंड की बाउंड्रीवाल टूटी हुई पाये जाने एवं नाला निर्माण, बाउंड्रीवाल को दुरुस्त कराने का निर्देश दिये गये। इसी के साथ ही कछवाहा होटल को सीज कराने का भी निर्देश जारी किया गया। साथ ही पुताई कार्य व पेवर ब्लॉक कार्य देखकर भी असंतुष्ट रहे। वॉल पेंटिंग को सही ढंग से कराने एवं बस रूट अनुसार अनिवार्य रूप से उसका बैनर लगाये जाने के निर्देश दिये गये।