रेत से किसी ने पैसा निकालने की यदि कोशिश की तो मैं छोड़ूंगा नहीं: CM

भोपाल | कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों से कहा कि रेत से पैसा निकालने की कोशिश की तो छोडूंगा नहीं। वैध कांट्रेक्टर्स को प्रोटेक्ट करें। क्योंकि वे राजस्व देते हैं। उन्होंने कहा कि वैध कांट्रेक्टर परेशान न हों, यह जिम्मेदारी कलेक्टर व पुलिस अधीक्षकों की है। ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि रेल का अवैध कारोबार करने वाले वैध कांट्रेक्टर्स को परेशान करते हैं। इसके लिए पैसा भी बटता है।

मुख्यमंत्री ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि रेत के काले धंधे को पूरी तरह से खत्म करना है। दरअसल, मुख्यमंत्री को बताया गया कि प्रदेश में अवैध रेत परिवहन के मामले में कार्रवाई करते हुए वाहन जब्त किए गए हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल वाहन जब्त करने के अवैध परिवहन बंद नहीं होगा, वाहनों को राजसात किया जाए।

जो परफार्मेंस देगा, वही टिकेगा
सीएम ने कहा कि मेरा किसी से राग-द्वेष नहीं है। लेकिन जो परफार्मेंस देगा, वही टिकेगा। मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर कलेक्टर- पुलिस अधीक्षक, कमिश्नर और आईजी को यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरो में विकास चाहिए। हम अंधी गलियों में नहीं चलेंगे। हर जिले का सालाना प्लान तैयार करें।

चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस की तारीफ
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चिट फंड कंपनियों की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस की कार्रवाई की तारीफ की। उन्होंने कहा कि राज्य के करीब 5 लाख नागरिकों को उनकी डूबी राशि वापस मिल गई है। कुल 825 करोड़ की राशि निवेशकों को मिल सकी है।

अनूपपुर कलेक्टर पर नाराज हुए शिवराज
धान खरीदी की व्यवस्था में लापरवाही बरतने पर मुख्यमंत्री ने अनूपपुर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर पर नाराजगी व्यक्त की। बालाघाट कलेक्टर से सीएम ने धान खरीदी को लेकर आ रही शिकायतों पर बात की। सिवनी कलेक्टर से कहा कि धान खरीदी को लेकर जो असंतोष है,वो दूर होना चाहिए।

भू-माफिया मुक्त बने प्रदेश 
लाल धान खरीदी को लेकर सीएम ने रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव से बात की। मुरैना कलेक्टर अनुराग वर्मा को सख्त निर्देश दिए कि बाजरे की खरीदी में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कानून, व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश को माफिया मुक्त करना है।