लैपटॉप खरीदी में साढ़े पांच लाख का घोटाला: तत्कालीन सीएमएचओ समेत क्रय समिति के सदस्यों से वसूली का आदेश

रीवा | आईटी उपकरण खरीदी में जिले का स्वास्थ्य महकमा एक बार फिर फंस गया है। क्रय समिति ने करीब साढ़े पांच लाख रुपये का घोटाला किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के द्वारा की गई गुणवत्ता जांच में इसका खुलासा हुआ है। लिहाजा मिशन संचालक ने क्रय समिति सहित तत्कालीन सीएमएचओ से रिकवरी करने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही वर्तमान सीएमएचओ को इस संबंध में कार्रवाई कर 7 दिन के भीतर जबाव भी मांगा है।

घोटालों और वित्तीय अनियमितता के लिए सुर्खियों में रहने वाला जिला का स्वास्थ्य महकमा का एक और कारनामा सामने आया है। अबकी बार सीएमएचओ समेत उनके मातहतों ने लैपटॉप खरीदी में गड़बड़ झाला किया है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग ने सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ आॅफिसर) के लिए 32 लैपटॉल की खरीदी किया था। यह खरीदी राष्टÑीय स्वास्थ्य मिशन के आदेश पर की गई थी। लेकिन इसमें व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी गई। पूरे प्रकरण की शिकायत मिशन संचालक छवि भारद्वाज से की गई थी। लिहाजा मामले की जांच कराई गई। 

गत माह भोपाल से तीन सदस्यी जांच टीम रीवा पहुंची थी। टीम ने लैपटॉप की गुणवत्ता को परखा और रिपोर्ट तैयार कर वापस चली गई। इस जांच में 5 लाख 28 हजार रुपये की वित्तीय अनियमितता पाई गई। जिसके बाद 26 दिसंबर 2020 को मिशन संचालक छवि भारद्वाज ने एक आदेश मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमएल गुप्ता को भेजा। जिसमें जांच समिति के सदस्यों से उक्त राशि की रिकवरी करने को कहा गया है।

जवाब देने के लिए सात दिन का समय
मिशन संचालक छवि भारद्वाज के द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि लैपटॉप खरीदी में क्रय समिति और तत्कालीन सीएमएचओ के द्वारा 5 लाख 28 हजार रुपये की वित्तीय अनियमितता की गई है। जांच में यह पुष्ट हुआ है। लिहाजा सीएमएचओ समेत क्रय समिति के सदस्यों से उक्त राशि की रिकवरी की जाए। इस संबंध में उक्त लोगों को जबाव देने के लिए 7 दिन का समय दिया गया है।

पन्ना सीएमएचओ के लिए लगा रहे दौड़
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि घोटाले के लिए चर्चित रीवा के तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. आरएस पाण्डेय पन्ना जिले में सीएमएचओं की कुर्सी के लिए दौड़ लगा रहे हैं। इसके लिए वह परस्पर भोपाल में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में है। लेकिन मिशन संचालक के द्वारा जारी किया गया रिकवरी का उक्त आदेश उनके गले की फांस बन सकता है। लिहाजा वह इसके मैनेजमेंट में भी जुटे हुए हैं।

क्रय समिति के सदस्यों में मचा हड़कंप
लैपटॉप खरीदी में तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. आरएस पाण्डेय के अलावा पांच अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल थे। सूत्रों ने बताया कि क्रय समिति में मुख्य रूप से डीपीएम सुनील अवस्थी, नेत्र विभाग के डॉ. एके मिश्रा, स्टोर प्रभारी आशुतोश शुक्ला, तत्कालीन लेखापाल विमल पाण्डेय शामिल थे। इनके द्वारा ही लैपटॉप की गुणवत्ता को घटा कर खरीदी की गई है।

मिशन संचालक के द्वारा लैपटॉप खरीदी में अनियमितता करने वाले क्रय समिति के सदस्य एवं तत्कालीन सीएमएचओ से वसूली करने का आदेश जारी किया गया है। आज अवकाश था, जिसके कारण खरीदी संबंधित कागजात निकलवाए नहीं जा सके हैं। सोमवार को कार्यालय खुलते ही दस्तावेज निकलवाए जाएंगे। क्रय समिति में जो भी रहा होगा, उससे वसूली की जाएगी।
डॉ. एमएल गुप्ता, सीएमएचओ रीवा