ड्यूटी में मिले नदारद, जेडी ने प्राचार्य और शिक्षकों को भेजा कारण बताओ नोटिस

रीवा | कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं की भौतिक कक्षाओं का संचालन शुरू हो गया है। बावजूद इसके कई ऐसे स्कूलें हैं जिनमें अभी भी ताला लटका हुआ है। जेडी द्वारा निरीक्षण किए जाने पर विद्यालय से गायब रहने वालों की पोल खुल रही है। दरअसल संयुक्त संचालक लोक शिक्षण द्वारा आॅनलाइन किए गए निरीक्षण में व्यापक अनियमितताएं सामने आई हैं।  

जेडी रीवा नीरव दीक्षित की निरीक्षण प्रक्रिया के तहत टीपी सिंह, केपी तिवारी तथा जनार्दन प्रसाद मिश्र द्वारा व्हाट्सएप वीडियो कालिंग में कक्षाओं के संचालन में छात्रों की उपस्थिति, पठन-पाठन एवं संसाधनों के समुचित प्रयोग के साथ ही शिक्षकों की उपस्थिति की जानकारी लिए जाने पर व्यापक अनियमितता सामने आई है। संस्था प्रमुख सहित पदस्थ कर्मचारी विद्यालय से नदारद मिले हैं। जबकि शासन के आदेशानुसार प्राइमरी से लेकर हायर सेकेण्ड्री तक के सभी शिक्षकों को पूरे समय विद्यालय में उपस्थित रहना है। 

इनको मिला शोकॉज
आॅनलाइन निरीक्षण के दौरान हायर सेकेण्ड्री भीर के प्रभारी प्राचार्य डॉ. आदित्यनाथ तिवारी 13 जनवरी से उपस्थित पाए गए और कई बार सहायक संचालक द्वारा फोन लगाया गया पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। उनके साथ शिक्षक जगदीश प्रसाद सतनामी प्रधानाध्यापक, तारावती साकेत, विजय कुमार साकेत, सितवाकली साकेत, श्यामकिशोर मिश्र, सुधा वर्मा, बसंतलाल साकेत को भी कारण बताओ नोटिस भेजा गया। जबकि भृत्य महावीर साकेत, शिवकुमार शर्मा, चंद्रशेखर कुशवाहा को भी शोकॉज नोटिस भेजा गया है।

गौरतलब है कि शिक्षा की वर्तमान स्थिति को देखते हुए यदि इन मनमानी शिक्षकों पर कार्रवाई न की जाएगी तो स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन की स्थिति क्या होगी यह एक चिंता का विषय है। गौरतलब है कि शासकीय शिक्षकों को अच्छी खासी राशि शासन की ओर से मिलती है। बावजूद इसके शिक्षकों की यह मनमानी जारी है। इसी को देखते हुए जेडी द्वारा की गई कार्रवाई को विभाग ने सराहा है।

ज्ञात हो कि प्राइमरी से लेकर हायर सेकेण्ड्री के सभी विषयों के शिक्षकों को रोजाना स्कूल में आकर हाजिरी लगाना और शासन की गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य है। भले ही कक्षा 1 से लेकर आठवीं की कक्षाएं संचालित नहीं हो रही हैं फिर भी शिक्षकों को स्कूल जाने के निर्देश दिए गए हैं। बावजूद इसके शिक्षक मनमानी होकर इसका पालन नहीं कर रहे हैं।