चौपरा पहाड़ में एक और तेंदुए की मौत, शिकार की आशंका
सतना | मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में बाघ गोपी की मौत को अभी एकसप्ताह भी नहीं बीता कि जिले के अमरपाटन रेंज अंतर्गत गौहानी में एक और तेंदुए की मौत की खबर ने जिले के जंगलों में वन्य प्राणियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि मृत वयस्क तेंदुए पर कहीं भी घाव के निशान नहीं पाए गए है। ऐसे में वयस्क तेंदुए की मौत कैसे हुई यह तो पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही तय हो पायेगा, लेकिन जांच के प्ररंभिक चरण में शिकार की आशंका जताई जा रही है। जिले में एक एक कर के वन्य प्राणियों का इस तरह से काल के गाल में समाना वन विभाग की वन्य प्राणी सुरक्षा के दावों की पोल खोल रहा है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को अमरापटन रेंज अंतर्गत चौपरा पहाड़ के गौहानी में साढ़े तीन वर्ष के वयस्क तेंदुए का शव मिला। ग्रामीणों ने इसकी सूचना रेंज कार्यालय में दी। जिसके चलते शाम को चार बजे डीएफओ सतना राजेश राय, एसडीओ मैहर मौके पर पहुंचे। तेंदुए की शिकार की आशंका को लेकर शाम तक मौके में फारेस्ट डॉग स्क्वाड भी पहुंचा। बताया गया है कि घटना स्थल से अभी तक शव नहीं उठाया गया है। डाग स्क्वाउ ने घटनास्थल की पउताल की लेकिन अभी तक कोई अहम सुराग नहीं मिला है।
बताया गया है कि सोमवार को मृत तेंदुए का पीएम किया जाएगा। सरकार ने वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए वन विभाग में फोर्स का गठन कर रखा है जिसका काम सूचना पर फौरन पहुंचकर वन्य प्राणी को ट्रेस करने का होता है। ग्रामीणों की माने तो उनका कहना है कि तेंदुए को तीन माह पहले भी इसी जगह पर देखा गया था। कुछ ग्रामीणों ने यह भी बताया कि रात में कुछ माह पूर्व दहाड़ भी सुनाई दी थी। यदि विभाग ने ग्रामीणों की सूचना को संजीदगी सेलिया होता तो संभवत: तेंदुए की जान बचाई जा सकती थी ।
फॉरेस्ट टीम डाग स्क्वाड के साथ पहरे पर
गौरतलब है कि तीन माह के भीतर जिले में यह दूसरे तेंदुए की मौत है। इसके पूर्व उचेहरा वन परिक्षेत्र की धनिया बीट में एक ऐसे ही तेंदुए के देखे जाने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे वन अमले ने रेस्कयू कर उसे पिंजरे में कैद कर लिया था। उसे मुकुदपुर सफारी ले जाया गया जहां उसकी दूसरे दिन इलाज के बीच ही मौत हो गई थी।
जंगल में तेंदुएं का शव मिलने की सूचना पर घटना स्थल की पड़ताल की गई है। शव 24 घंटे पुराना प्रतीत होता है। तेंदुए की मौत कैसे हुई इसका पता आज होने वाले पोस्टमार्टम से ही लग पाएगा।
राजेश राय, वनमंडल अधिकारी सतना