टाइगर सफारी में वन्य प्राणियों की मौत से आहत होकर ग्रामीण करेंगे हल्ला बोल
रीवा | महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर सतना में विगत एक वर्ष में कई बाघ, बाघिन और शावकों की मौत हो चुकी है। व्हाइट टाइगर सफारी के संचालक संजय रायखेड़े की कार्यशैली को लेकर ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं। बताया गया है कि लगातार वन्य प्राणियों की हो रही मौत को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण काफी आहत हुए हैं। जिसके चलते वह 26 जनवरी से अनशन करने जा रहे हैं। बताया गया है कि हल्ला बोल पोल खोल की जानकारी प्रशासनिक अमले और विभाग को अवगत कराई गई है। विभिन्न मांगों को लेकर चूड़ामणि तोमर द्वारा शपथ पत्र के साथ जानकारी दी है। शिकायतकर्ता बताते हैं कि यह अनशन जू संचालक के विरुद्ध जांच कराने के लिए की जा रही है।
कई वन्य प्राणियों की अब तक हो चुकी है मौत
बताया गया है कि संचालक के रहते हुए साल 2017 से सांभर, थामिन डियर, हाक डियर, रायल बेंगाल टाइगर, बंधु टाइगर, बब्बर शेर के शावक, जंगली सुअर, काला हिरण और उनके बच्चे मर चुके हैं। हाल ही में 24 दिसम्बर को व्हाइट टाइगर गोपी और 31 दिसम्बर को यलो टाइगर नकुल की मौत हो गई है।
संचालक पर फर्जी बिल बाउचर तैयार करने का आरोप
चूड़ामणि तोमर द्वारा व्हाइट टाइगर सफारी संचालक संजय रायखेड़े पर फर्जी बिल बाउचर प्रमाणक तैयार कर पौधरोपण, बाउंड्री फेंसिंग का काम अपने रिश्तेदार को देकर बैंक खातों में करोड़ों रुपए ट्रांसफर किया गया है। इतना ही नहीं विकास निधि महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी के बैंक खाता नंबर में कम राशि जमा कर फर्जी बिल बाउचर प्रमाणक श्रमिक दर्शाकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। यह भी आरोप लगाया गया है कि टाइगर सफारी में दैनिक श्रमिक संचालक द्वारा अकुशल श्रमिकों को अर्धकुशल की मजदूरी दी जाती है।