सरकार ने गौशालाओं के लिए खोला खजाना, चारे-भूसे के लिए जारी हुए 2 करोड़ 37 लाख

सतना | साल भर से धन संकट के बाद सरकार ने एक बार फिर गौ शालाओं में रहने वाले आवारा गौवंश के लिए धन बरसाया है। जिले में इस बार गौ शालाओं में रहने वाले गौवंश के लिए दो करोड़ 37 लाख की धन राशि भूसा-चारे के लिए मध्य प्रदेश गौ पालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड ने जारी किए हैं।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल फरवरी माह में मुख्यमंत्री गौसेवा योजना के तहत 11 गौ शालाओं के लिए 54 लाख रुपए की राशि जारी की गई थी लेकिन इसके बाद नवीन गौशालाओं की संख्या बढ़ी और सरकार ने बीच में फंड भी जारी नहीं किया। उल्लेखनीय है कि हिरौंदी और महुरछ कदैला की गौशाला में गौवंश मरने की जानकारी पिछले माह सामने आई थी। बताया गया कि अशासकीय स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित गौ शालाओं के लिए एक करोड़ 14 लाख,तो मुख्यमंत्री गौ सेवा योजना द्वारा संचालित गौशालाओं के लिए 1 करोड़ 23 लाख 86 हजार 840 रुपए की राशि जारी की गई है। 

70 हजार से ज्यादा गौवंश, इतंजाम सिर्फ 12 हजार का 
बताया जाता है कि जिले में 70 हजार से ज्यादा आवारा गौवंश है जो अन्नदाता की नींद हराम किए हुए हैं। पशु पालन विभाग से मिले आंकड़ो के अनुसार लगभग 12 हजार आवारा गौवंश गौशालाओं में हैं जिसमे अशासकीय स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित 16 गौशालाओं में लगभग 8 हजार, तो  मुख्यमंत्री गौसेवा योजना द्वारा संचालित 39 गौशालाओं में 3927 आवारा गौवंश हैं। बजट 31 मार्च 2021 तक के लिए दिया गया है। 

1 पर प्रतिदिन 20 रुपए खर्च 
गौशाला में रखे जाने वाले गौवंश पर प्रतिदिन 20 रुपए खर्च खर्च किए जाएंगे जिसमें 15 रुपए में भूसा-चारा खिलाया जाएगा तो 5 रुपए में सुदाना पर खर्च किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि दो साल बीतने को है लेकिन जिले में अभी पहले ही चरण की नवीन गौशालाओं का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। बताया गया कि पहले चरण में 42 मुख्यमंत्री गौसेवा योजना संचालित गौशालाओं के निर्माण का लक्ष्य रखा गया था लेकिन अभी तक  39 गौशालाओं का ही निर्माण हो पाया है।