पशुपालन विभाग का गोकुल ग्राम अभियान, पंचायतों में लगेंगे नि:शुल्क पशु चिकित्सा शिविर
सतना | पशुपालकों की मुश्किलों को कम करने के लिए पशु चिकित्सा विभाग द्वारा गोक ुल ग्राम अभियान चलाया जाएगा। इसके अर्न्तगत पशु चिकित्सा शिविरों का आयोजन जिले की सभी ग्राम पंचायतों में आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में पशुओं की बीमारी का जहां उपचार किया जाएगा वहीं बीमारी की रोकथाम के लिए टीकाकरण भी किए जाने का प्रावधान रखा गया है। बताया गया कि गोकुल ग्राम अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा। उल्लेखनीय है कि पिछले साल कोरोना संक्रमण की वजह से गोकुल ग्राम अभियान नहीं हो सका था। पशुपालन विभाग के संचालक डॉ. आरके रोकड़े ने इस संबध में पत्र जारी करते हुए कहा है कि पश्ुापालन विभाग की सेवाओं के विस्तार के साथ एवं प्रचार-प्रसार करते हुए पशु चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाए। बताया गया कि जिले में 695 ग्राम पंचायतों में शिविर लगेगा।
नि:शुल्क होगा उपचार
गोकुल ग्राम अभियान के दौरान आयोजित होने वाले शिविरों में जिन मवेशियों का उपचार किया जाएगा वह पूरी तरह से नि:शुल्क रहेगा। शिविर में उन्नत पशुपालन हेतु नवीन तकनीकों की जानकारी, विभाग की योजनाओं का प्रचार-प्रसार, पशु चिकित्सा कार्य, टीकाकरण, बधियाकरण, कृ त्रिम गर्भाधान आदि कार्य किए जाएंगे।
कागजों में पशुओं का उपचार
पशु चिकित्सा विभाग गोकुल महोत्सव व गोकुल ग्राम के दौरान पशु चिकित्सा शिविर लगाकर जो आंकड़े तैयार किए जाते हैं, वह सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह जाता है। भले ही शासन इस शिविर में लाखों रुपए खर्च कर पशुपालकों की समस्याओं का निराकरण करने की मिसाल पेश कर रहा हो परंतु सच्चाई यह है कि ग्राम पंचायतों में लगाए जाने वाले पशु चिकित्सा शिविरों से पशुपालक मुंह मोड़ रहे हैं। आंकड़ों को दर्शानें के लिए विभाग कई बार सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ाता रहता है।
ज्यादातर मवेशी सड़कों में
ऐरा प्रथा को बंद करने शासन की योजना पूरी तरह से फेल हुई है। ऐसे में पशु चिकित्सा विभाग द्वारा गोकुल ग्राम अभियान का आयोजन कर पशुओं के उपचार की जो योजना बनाई गई है वह कहां तक कारगर सिद्ध होगी, यह किसी के गले नहीं उतर रहा है। बता दें कि ज्यादातर पशुपालक पशुओं को आवारा छोड़ दिए हैं जिससे वह सड़कों पर अपना बसेरा कर लिए हैं।
करही कोठार में लगा पशु उपचार शिविर
रविवार को ग्राम पंचायत करही कोठार में गोकुल ग्राम अभियान के तहत पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें अलग-अलग 222 पशुओं का परीक्षण किया गया। शिविर में 45 हितग्राही लाभान्वित हुए जिनमें 1 कृत्रिम गर्भाधान, 2 बधियाकरण, 3 गर्भ परीक्षण,1 शल्य क्रिया, 20 बाझ उपचार एवं 52 टीकाकरण सहित अन्य पशुओं का उपचार किया गया। इस शिविर में जिला पशु चिकित्सालय प्रभारी डा. ब्रहस्पति भारती, एवीएफओ जेपी मिश्रा, गौ सेवक विश्वनाथ,आशीष,महेन्द्र अदि स्टाफ स्टाफ का योगदान सराहनीय रहा।