क्यों सतना की बेइज्जती कराते हो, ठीक से दायित्व निभाओ नहीं तो घर बैठो: जिला पंचायत सीईओ
सतना | आखिर प्रदेश भर में सतना जिले की बेइज्जती करवाने पर आप लोग क्यों तुले हुए हैं। आप लोगोंं को जो दायित्व सौंपे गए हैं, उनका निर्वाहन ठीक ढंग से करो अन्यथा घर बैठ जाओ। यह बात जिला पंचायत सीईओ हरेन्द्र नारायण ने शुक्रवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओ की प्रगति की समीक्षा के दौरान कहीं। दरअसल विभाग की कुछ योजनाओं की प्रगति को छोड़कर सतना जिला पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति के मामले में प्रदेश में 51वें नम्बर पर है। इसी बात पर सीईओ जिला पंचायत खासे नाराज थे। सीईओ जिला पंचायत ने योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान यह भी कहा कि सभी जिम्मेदार अपने-अपने दायित्वों का निर्वाहन ईमानदारी से करें जिससे प्रदेश स्तर पर जिले की छवि धूमिल न हो।
मनरेगा : मशीन से हो रहा तालाब का काम, एई को जांच की जिम्मेदारी
बैठक के दौरान ही जिले की मझगवां जनपद पंचायत की एक ग्राम पंचायत में तालाब का काम मशीन से कराए जाने की शिकायत मिली। सीईओ जिला पंचायत को एक शिकायती वीडियो मिला जिसमें आरोप लगाया गया है कि मनरेगा योजना के तहत बन रहे तालाब का कार्य उपयंत्री कौशल पटेल की देखरेख में जेसीबी से चल रहा है। इस पर सीईओ ने शिकायत की जिम्मेदारी एई टीएन पांडेय को सौँपी है। उन्होंने मनरेगा के कार्यों को मजदूर की बजाए मशीन से कराए जाने की आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए हिदायत दी कि मशीन से काम करवा कर योजना का स्वरूप न बिगाड़े मनरेगा का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अधिक से अधिक रोजगार देना है।
ईई को फटकार : दोस्ती यारी न निभाएं काम पर ध्यान दें
मनरेगा के कार्यों में लापरवाही व गुणवत्ता को लेकर आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत सीईओ हरेन्द्र नारायण ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री को फटकार लगाते हुए कहा कि आप दोस्ती- पारी छोड़कर दायित्वों का निर्वाहन करें, मनरेगा के कार्यों की सतत निगरानी और कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए अन्यथा आपके खिलाफ भी जवाबदेही तय होगी। ईई को निर्देश दिए गए कि सभी अपने दायित्वों का निर्वाहन ठीक ढंग से करें इस बात का विशेष ध्यान दिया जाए।
कार्य की प्रगति पर बढ़ेगी संविदा
पीएम आवास योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए सीईओ जिला पंचायत ने कहा कि तीसरी किश्त जारी हुए 45 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक जिले में 2210 आवास अपूर्ण हैं। उन्होंने सभी जनपदों के विकासखंड समन्वयक को निर्देशित किया कि आवास पूर्ण होेने पर ही उनकी संविदा अवधि की वृद्धि की जाएगी। उन्होंने कहा कि आवास पूर्ण कराने की जिम्मेदारी प्रभारी अधिकारी की होगी। इसके अलावा हितग्राहियों के भूमि स्थल के चयन को लेकर विवाद की खबरों पर कहा कि इसके लिए पंचायत सचिव व रोजगार सहायक जिम्मेदार होंगे। बैठक के दौरान सीईओ ने पेयजल संकट से निपटने की तैयारियों पर विशेष जोर देते हुए संकटग्रस्त पंचायतों की सूची मांगी। इस दौरान सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सहायक यंत्री, एपीओ व योजनाओं के प्रभारी मौजूद रहे।
गायब रही सोशल डिस्टेंसिंग
कोरोना के बढते मामलों के बीच जहां जिला प्रशासन कोरोना से लड़ने के लिए दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी को लेकर जन जागरुकता फैला रहा है वहीं शुक्रवार को जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई बैठक के दौरान जिम्मेदारों के चेहरों पर मास्क तो नजर आया पर सभागार में सोशल डिस्टेसिंग गायब रही।
शौचालय अपूर्ण, पूर्णता प्रमाण पत्र जारी
योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान सीईओ जिला पंचायत ने सबसे ज्यादा नाराजगी शौचालयों के अपूर्ण होने पर भी रही। पंचायत में आज भी कई ऐसे शौचालय हैं जो अपूर्ण हैं, पर उनके पूर्णता के प्रमाण पत्र जारी हो गए हैं। ऐसी जानकारी सामने आने पर सीईओ ने ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने का संकेत दिया। इसके अलावा स्टीमेट के अनुसार सामुदायिक शौचालय पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।