गोडाउन का निर्माण अधूरा, निकल गई राशि

रीवा | संविदाकारों द्वारा की जा रही गंभीर आर्थिक व वित्तीय अनियमितता का मामला अब संभागायुक्त तथा ईओडब्ल्यू तक जा पहुंचा है। जिसमें 15 गोडाउन के निर्माण में हुई अनियमितता की जांच व भुगतान को लेकर कार्रवाई की मांग जोर पकड़ ली है। वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाई गई शिकायत में उल्लेखित किया गया है कि मेसर्स एसएसएसआर प्राइवेट लिमिटेड के ठेकेदार द्वारा न केवल संविदा शर्तों का उल्लंघन किया है बल्कि बिना कार्य निष्पादन के फर्जी मापी के आधार पर देयकों का भुगतान भी प्राप्त कर लिया है। जिसकी जांच को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता एड. बीके माला ने वरिष्ठ अधिकारियों तक शिकायती पत्र पहुंचाया है।

शिकायतकर्ता बीके माला के मुताबिक संभाग के सिंगरौली जिले के अंतर्गत पीआईयू से संबंधित निष्पादित किए जा रहे संविदा कार्यों में वित्तीय अनियमितता की गई है। इतना ही नहीं संबंधित ठेकेदार द्वारा संविदा कार्यों की गुणवत्ता का भी ख्याल नहीं रखा गया है। जिस पर जिला प्रशासन के ट्रामा सेंटर से निरीक्षण कराने की बात भी कही गई है। शिकायती पत्र में कहा गया है कि ठेकेदार को अधिकारी सहित कानून का किसी भी तरह से भय नहीं है। वर्तमान में उक्त ठेकेदार द्वारा जिले में 3 हजार मीट्रिक टन क्षमता के 15 गोडाउन का निर्माण कराया जा रहा है।

जिसमें डिविजनल प्रोजेक्ट इंजीनियर पीडब्ल्यूडी पीआईयू सिंगरौली कार्यालय द्वारा माह दिसम्बर 2019-20 एवं जनवरी 2020 में मेसर्स एसएसएसआर प्राइवेट लिमिटेड को विभिन्न कार्य दिवसों के अंतर्गत पांच पैकेज में निर्माण की स्वीकृति टेण्डर के आधार पर दी गई थी। प्रत्येक पैकेज में तीन गोदाम का निर्माण कराया जाना है। संविदा शर्तों के अनुसार संबंधित ठेकेदार को उक्त निर्माण कार्य से हो रही प्रगति के अनुसार प्रत्येक माह में एक रनिंग बिल क्वालिटी एवं मेजरमेंट के आधार पर किया जाना है। जबकि संबंधित ठेकेदार द्वारा संविदा शर्तों का उल्लंघन किया जा रहा है। इस मामले में 480.07 लाख व 162 लाख का भुगतान होना दर्शाया गया है।

यहां हो रहा निर्माण
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जारी पैकेज में घोघरा, गढ़वा, कुसाही, बरगवां, इटार, पराई, सरई, महुआगांव, बरका, तियरा, परसोना, खुटार, जमगढ़ी, बिन्दुल, माड़ा में गोडाउन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिसमें सार्वजनिक राशि के दुरुपयोग को रोकने की बात रखी गई है।