नर्मदा का जल लाने गांव-गांव चलेगा हस्ताक्षर अभियान
सतना | नर्मदा का पानी सतना लाने के चल रहे संघर्ष को और तेज किया जाएगा। इसमें अब जनभागेदारी को बढ़ावा देने के लिए गांव- गांव हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। इस बात का निर्णय मंगलवार को नर्मदा लाओ संघर्ष समिति ने खैरुआ सरकार (हनुमान मंदिर) मंदिर प्रांगण में पूर्व विधायक रामप्रताप सिंह की अगुवाई में आयोजित किसान पंचायत में लिया। निर्णय के अनुसार ग्राम पंचायत में नर्मदा जल को लेकर प्रस्ताव पास किए जाएंगे। लोगों से हस्ताक्षर कराएं जाएंगे।
ये हस्ताक्षर राष्टपति,प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, मुख्यसचिव, उपाध्यक्ष नर्मदा घाटी, मुख्यअभियंता अपर नर्मदा जोन,कमिश्नर, कलेक्टर व अन्य जनप्रतिनिधियों को सौंपे जाएंगे। इतना ही नहीं नर्मदा के जल को सतना लाने के अभियान में और तेजी लाने के लिए आगामी 20 जनवरी को महापंचायत का आयोजन किया गया है। इसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी। मंगलवार को आयेजित किसान पंचायत में नागौद के आस-पास के करीब एक दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग मौजूद रहे। इस दौरान नर्मदा आरती भी की गई।
ठेकेदार को बचाने लिफ्ट सिस्टम का प्रस्ताव
कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक रामप्रताप सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लिफ्ट सिस्टम का प्रस्ताव टनल खोदने के कार्य में लगे ठेकेदार को बचाने के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा कि लगभग 13 साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद अभी तक मात्र 5 किमी टनल की खुदाई का कार्य हो सका है जबकि 7 किमी का काम अब भी बकाया है। उन्होंने बगैर किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग हैं जो नहीं चाहते कि नर्मदा का पानी सतना आए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग नर्मदा का पानी सतना आने से रोक रहे हैं।
28 को हो बंटवारा
इस मौके पर पूर्व विधायक राम प्रताप सिंह ने कहा कि नर्मदा के जल के बंटवारे के लिए 2024 तक का तय किए गए मय को चार साल तक आगे बढाया जाए और 2028 में नर्मदा जल का दोबारा बंटवारा किया जाए। उन्होंने कहा कि नर्मदा जल का जितना उपयोग मौजूदा समय में मप्र सरकार ने किया है उस हिसाब से यदि बंटवारा होगा तो प्रदेश को नुकसान होगा।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर पूर्व विधायक रामप्रताप सिंह के अलावा अधिवक्ता सुरेन्द्र शर्मा, नारेन्द्र सिंह, प्रकाश सिंह, विकास सिंह परिहार, द्वारिका सिंह, सुरेन्द्र सिंह, आनंद बिहारी त्रिपाठी, महेन्द्र प्रताप सिंह, हरिशंकर कुशवाहा, हरिप्रकाश गोस्वामी, कृष्णनाथ तिवारी, पुरुषोत्तम लाल गुप्ता, आरबी सिंह, पूनम सिंह, दीपेन्द्र प्रताप सिंह बघेल समेत करीबन एक दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग मौजूद रहे।
हमारे हिस्से के पानी में डकैती
नर्मदा जल के जिस हिस्से पर हमारा अधिकार है, उस पर डकैती डाली जा रही है। यह आरोप पूर्व विधायक रामप्रताप सिंह ने लगाया। उन्होंने कहा कि हमारे हिस्से का करीबन 13 क्यूसेक पानी डीमर खेड़ा और बड़वारा को दिए जाने की साजिश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि चोरी-छिपे डीमरखेड़ा में 5 क्यूसेक और बड़वारा में 8 क्यूसेक नर्मदा का पानी लेने के लिए काम चल रहा है। इस पानी से दोनोें क्षेत्रों की लगभग 43 हजार हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होगी।
सतना डिक्लरेशन को पूरा करने का संकल्प पारित
- मां नर्मदा का जल विंध्यवासियों का जन्मसिद्ध अधिकार है, उसको प्राप्त करने के लिए हर संभव संघर्ष किया जाएगा
- सरकार को तय करना है कि बरगी का पानी नहर के माध्यम से नर्मदा ट्रिब्यूनल से स्वीकृत योजना के साथ 5 मार्च 2024 के पहले पहुंचे
- प्रत्येक विंध्यवासी संकल्पित है कि मां नर्मदा के संरक्षण के लिए अपने प्राण की बाजी लगा देंगे
- विंध्य क्षेत्र का हर एक किसान जवान, मजदूर,व्यापारी अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए मां नर्मदा का जल अंजलि में भरकर संकल्प लेगा
- हम सब विंध्यवासी मां नर्मदा को मां मंदाकिनी से जोड़ने का संकल्प लेते हैं
- इस अभियान को विंध्य क्षेत्र के जन- जन से जोड़ा जाएगा, लक्ष्य प्राप्त होने तक अंतिम सांस तक संघर्ष किया जाएगा
बजरंगबली को सौंपा ज्ञापन
मां नर्मदा का पानी सतना लाने के मामले में जनप्रतिनिधियों से निराश लोगों ने अब हनुमान जी से गोहार लगाई। नागौद के खेरुआ वाले हनुमान जी मंदिर प्रांगण में आयोजित किसान पंचायत के दौरान पूर्व विधायक रामप्रताप सिंह के नेतृत्व में बजरंगबली को ज्ञापन सौपकर नर्मदा का पानी सतना लाने की शक्ति प्रदान करने की मांग की गई। खेरूआ सरकार को लेकर मान्यता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से मत्था टेकता है और मन्यत मांगता है उसकी मन्यत अवश्य पूरी होती है।