मालगाड़ी से टकराई जीप, 5 की हालत गंभीर

सतना | खतरे का सायरन बजतें ही रेलवे में हड़कंप मच गया। 5 सायरन किसी बड़ी घटना का संदेश था। जबलपुर कन्ट्रोल से सूचना मिली कि सतना रीवा रेलखण्ड में बीसीएन डिब्बों की मालगाड़ी से सकरिया और हिनौता रेलवे स्टेशन के बीच गेट नं 6 मे जीप से टकरा गई। जीप मे सवार 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। अधिकारियों के फोन घनघनाने लगे, जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वही जानकारी लेने में जुट गया।

मदद के लिए रेलवे की दुर्घटना राहत चिकित्सा यान को आनन-फानन मे भेजा गया, लेकिन जब मौके पर रेलवे स्टाफ पहुचा तो पता चला यह मॉकड्रिल है। बताया गया कि मंगलवार को दोपहर 1.40 पर रेलवे मे खतरे का सायरन बजा था। जिम्मेदार रेलवे अधिकारियों को दुर्घटना राहत मेडिकल यान को रवाना करवाने मे 30 मिनट का समय लग गया। घटना स्थल पर मेडिकल स्टाफ के साथ-साथ सीएंड डब्लू एवं आरपीएफ स्टाफ पहुंचा था। 

10 मिनट लेट,12 किमी में लग गए 25 मिनट 
भगवान न करे कि सतना डिपों के अंदर कभी कोई रेल हादसा हो,नही तो रेलवे के मदद के इंतजार मे तो कई लोगो की तो जान निकल जाएगी।आपात स्थिति से निपटने के लिए कर्मचारी कितने सजग है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दुर्घटना राहत मेडिकल यान नियमानुसार समय से नही रवाना हो पाया। बताया जाता है कि सिगंज एग्जिट दुर्घटना राहत मेडिकल यान को 20 मिनट मे ही रवाना हो जाना चहिए। लेकिन यह 10 मिनट की देरी से रवाना हुई। वही 12 किमी की दूरी तय करने मे 25 मिनट का समय लग गया। उल्लेखनीय है कि मॉक ड्रिल एक पूर्वा अभ्यास है इससे रेलवे अमले की दक्षता देखी जाती है कि कौन सा विभाग आपातकाल में कैसी मुस्तैदी दिखाता है। जो समय-समय पर करवाई जाती है। बताया जाता है कि रेल प्रशासन सतना की मेडिकल यान को आज तक डबल एग्जिट नही कर पाया है। 

ये पहुंचे मौके पर

बताया गया कि घटना स्थल पर डीएमई एसके सिंह, एडीएमई कामरान अहमद, रेल यातयात निरीक्षक आरए सिंह, प्रदीप अवस्थी, डा चम्बेती सतीश,सीएचआई रामू प्रसाद गुप्ता,आरपीएफ उप निरीक्षक जेडी मिश्रा,जबलपुर से आए सेफ्टी काउंसलरएवं अन्य कर्मचारी अधिकारी पहुंचे थे।