सीमेंट उद्योग के लिए जरूरी था रीवा लाइन का दोहरीकरण

सतना | सोमवार को  जबलपुर मंडल के सतना-रीवा दोहरीकरण प्रोजेक्ट के अंतर्गत सतना-कैमा (06 किमी) रेलखंड के दोहरीकरण का लोकार्पण किया गया । सांसद ने लोकर्पण करते हुए कहा कि सतना और रीवा सीमेंट उद्योग के लिए जाने जाते हैं। इस उद्योग के लिए रीवा लाइन का दोहरीकरण अत्यावश्यक था। यह महती आवश्यकता पूरी हो रही है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रेलमंत्री पीयूष गोयल को धन्यवाद देते हुए कहा कि  सतना-रीवा के सीमेंट उद्योग से राज्य और रेलवे दोनों को आय होती है। इसलिए इस लाइन का दोहरीकरण बड़ी जरूरत थी। 

ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में डिप्टी सीई विजय पांडेय, एरिया मैनेजर जीतिन्दर सिंह सोहेल, पंकज सिंह परिहार, कमलेश मिश्रा, मनोज गुप्ता, एडीईएन पीके सिंह, एडीई (नार्थ) आरपी मीणा, एडीई साउथ राजेश पटेल, अशोक सिंह, स्टेशन मास्टर एस के मिश्रा, पीआरएस इंचार्ज अशोक यादव,  आरबी पटेल  सहित अन्य मौजूद रहे।

रेल मंत्री के सामने रखी मांग
आॅनलाइन लोकार्पण मे सांसद ने रेल मंत्री से मैहर स्टेशन मे किसान रेल रोकने की मांग की। उन्होने कहा कि मैहर मे साढेÞ 6 हजार एकड़ मे सब्जी किसानों द्वारा उगाई जाती है। लेकिन किसानों की आय बढाने कि लिए स्टॉपेज न होने से लाभ नही मिल पा रहा। साथ ही सतना-रीवा के बीच बगहाई, बिरहुली आदि गांवो के भूमि अधिग्रहण मे नौकरी की मांग, सतना के माल गोदाम को शिफ्ट करने सतना-पन्ना रेल लाइन मे फंड की मांग रखी। 

मार्च 2022 में पूरी होगी परियोजना
सतना से कैमा करीब 6 किलोमीटर के दोहरीकरण में कुल लागत 30  करोड़ आई। यह दूसरे चरण का काम था जो पूरा कर लिया गया है। इस 50 किलोमीटर की परियोजना की स्वीकृति वष2015-16 में मिली थी। प्रथम चरण में रीवा तुर्की 10 किलोमीटर का काम पूरा किया गया था। इस परियोजना में अब तक 233 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं। परियोजना का 59 फीसदी काम पूर्ण हो चुका है। कुल अनुमानित लागत 495.45 करोड़ है। शेष कार्य प्रगति पर है जिसे मार्च 2022 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।