कोरोना से गई 8 की जान, 236 नए पॉजटिव
सतना | कोरोना का संक्रमण सतना में अब बेलगाम हो चुका है, संसाधन फेल हो रहे हैं, अस्पताल व डाक्टर कम पड़ रहे हैं तो उपचार के लिए निजी व सरकारी हास्पिटलों में न तो बेड बचे हैं न आक्सीजन के प्वाइंट, जहां वेंटीलेटर की सुविधाएं हैं वो खाली ही नहीं हो रहे। वायरस का ऐसा अटैक कि अधिकांश मरीज अस्पताल की चौखट तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ रहे हैं। शनिवार को सतना में अल सुबह से ही बुरी खबरें आती रही और एक के बाद एक मरीजों के मरने का समाचार मिलता रहा। जिले भर से आई जानकारी के अनुसार एक ही दिन में 8 संक्रमित मरीजों की जान चली गई। जबकि 236 नए मरीज सामने आए हैं।
चित्रकूट न्यायालय में फिर पहुंचा वायरस
मझगवां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में रेपिड एंटीजन किट से हुई जांच के बाद दस संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें बिरसिंहपुर क्षेत्र में 6 तो मझगवां में 4 केस मिले हैं। सीएचसी क्षेत्र में आने वाले चित्रकूट न्यायालय में एक बार फिर संक्रमण ने दस्तक दी है। इसके पहले भी एक मजिस्ट्रेट पॉजटिव पाए गए थे, तो अब दूसरे न्यायाधीश भी संक्रमित हो चुके हैं। जिले में रामनगर में 20, अमरपाटन में 7 व नागौद में भी 2 पॉजटिव मरीज मिले हैं।
1075 पर मिलेगी बेड की जानकारी
इन दिनों हालात इतना भयावह है कि कोेरोना के अलावा अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को भी इलाज के लिए भारी समस्या हो रही है। आपात काल में अचानक कोई बीमार पड़ जाए और उसे कोविड नहीं भी है तो बेड नहीं मिल रहे। कोविड कंट्रोल सेंटर के नम्बर 1075 डॉयल कर यह जानकारी मरीज या उसके परिजन ले सकते हैं कि जिले में कोैन से अस्पताल में कहां बेड की उपलब्धता है। बेड न मिलने से मरीज सड़क के किनारे कराहता हुआ पड़ा रहता है।
शनिवार की देर रात उचेहरा क्षेत्र से उपचार के लिए सतना आए विवेक सिंह ने जिला अस्पताल मेंं ओपीडी पर्ची कटवाई, इनका पल्स 95 और एसपीओटू 85 फीसदी ओपीडी में दर्ज हैं लेकिन जिला अस्पताल समेत सतना के किसी भी निजी चिकित्सा संस्थान में विवेक को जगह नहीं मिली, लिहाजा प्रेम नर्सिंग होम के सामने मरीज जमीन पर ही लेट गया। जबकि एसपीओटू 85 है लिहाजा मरीज को डेंजर जोन से बाहर नहीं कहा जा सकता।
ये है 8 मरीज जिनकी गई जान
शनिवार को सुबह से लेकर देर रात तक 8 मरीजों की जान चली गई। हालांकि एक और मरीज की मौत कोरोना से हुई है लेकिन संक्रमण के बाद मृतक की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी लिहाजा इनकी मौत कोविड संक्रमण से नही मानी जा रही। मैहर के एक महिला की मौत हो गई तो एलआईसी के अधिकारी ने भी दम तोड़ दिया। सिंहपुर के एक जैन परिवार में भी कोरोना का कहर टूटा है तो सतना में उपचाररत रिटायर्ड आयुष अधिकारी ने भी अंतिम सांस ले ली। मुख्त्यारगंज क्षेत्र में झंकार टाकीज के पास रहने वाले 40 वर्षीय मरीज ने भी कोरोना से दम तोड़ दिया। जबकि नई बस्ती में रहने वाले साकेत परिवार के युवक की मौत शुक्रवार- शनिवार की रात हो गई। कोटर क्षेत्र से एक संक्रमित को अस्पताल लाया जा रहा था लेकिन वह चिकित्सालय की चौखट तक नहीं पहुंचा और अंतिम सांस ले ली।
रेलवे में भी बढ़ रहा संक्रमण
रेलवे में भी संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, शनिवार को मैहर में एक प्वाइंटमैन की रिपोर्ट पॉजटिव आई है तो उचेहरा में सिग्नल मेंटेनर के पद पर पदस्थ कर्मचारी की भी रिपोर्ट संक्रमित आई है जबकि सतना स्टेशन से जुड़े सीनियर सेक्शन इंजीनियर व अन्य कर्मचारी पहले से ही संक्रमित हैं। लगातार बेलगाम वायरस से आमजन आहत हो रहे हैं वहीं सतना हो या मैहर रेलवे स्टेशनों में स्क्रीनिंग तक के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं, न ही कोई ऐसी व्यवस्था की संदिग्धों को क्वांरटीन किया जा सके।