4.75 लाख रजिस्टर्ड छात्र में 22 को ही बांट पाए स्कॉलरशिप
रीवा। छात्रों को इस मर्तबा स्कॉलरशिप के लाले पड़ गए। शैक्षणिक सत्र खत्म होने को है, लेकिन अब तक सिर्फ 22 हजार के खाते में ही छात्रवृत्ति पहुंच पाई है। प्रदेश में रीवा की पोजीशन 51 वीं है और प्रोग्रेस सिर्फ 5 फीसदी ही है। स्वीकृति की रफ्तार यूं ही चलती रही तो शैक्षणि सत्र बीतने के बाद भी राशि खाते तक नहीं पहुंचेगी।
ज्ञात हो कि सरकार गरीब छात्रों को भी अलग अलग योजना के तहत स्कॉलरशिप देती है। छात्र, छात्राओं को पढ़ाई में मदद के लिए छात्रवृत्ति उनके खाते में भेजी जाती है। इसके लिए छात्रों का प्रोफाइल अपडेशन करने के बाद पात्र छात्रों को स्कॉलरशिप स्वीकृति की जाती है। इस मर्तबा इस काम में स्कूल शिक्षा विभाग ने काफी देरी कर दी है।
शैक्षणिक सत्र वर्ष 2019-20 का स्कॉलरशिप जनवरी में भी नहीं बांट पाए हैं। शैक्षणिक सत्र खत्म होने में सिर्फ दो महीने ही बचे हैं। अप्रैल से नया सत्र शुरू हो जाएगा, इसके बाद भी 4 लाख 78 हजार छात्रों में से सिर्फ 22 हजार के खाते में ही छात्रवृत्ति भेजी गई है। प्रदेश भर के जिलों की प्रोफाइल अपडेशन और स्वीकृति की रैकिंग जारी की गई है। इसमें रीवा सबसे पीछे 51 वीं पोजीशन पर है।
संभाग में भी सबसे पीछे
प्रदेश की जारी रैकिंग में रीवा संभागभर में भी सबसे पीछे है। रीवा में 4.78 लाख छात्र रजिस्टर्ड हैं। इसमें से 4.65 लाख छात्रों का प्रोफाइल अपडेशन किया जा चुका है, लेकिन छात्रवृत्ति सिर्फ 22 हजार छात्रों को ही स्वीकृत की गई है। छात्रवृत्ति स्वीकृति का प्रतिशत भी काफी कम सिर्फ 5 ही है।
केवायसी अपडेशन में भी बुरे हालात
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों का केवायसी अपडेशन होना था। इसमें भी रीवा की हालत खराब है। प्रदेश में रीवा 24 वीं पोजीशन में है। 12829 कर्मचारियों का ईकेवायसी अपडेशन होना था। इसमें से अब तक सिर्फ 8109 ने ही ई केवायसी अपडेट किया है। 6889 कर्मचारियों की केवायसी सत्यापित की गई है। करीब 92 कर्मचारियों की केवायसी को होल्ड कर दिया गया है। रीवा में केवासी अपडेशन और सत्यापन सिर्फ 54 फीसदी ही हुआ है।
इस मर्तबा देर से ही छात्रवृत्ति का वितरण शुरू हुआ है। अभी 15 हजार छात्रों की स्वीकृति की गई है। वह अपडेट नहीं हुआ है। काम चल रहा है। जल्द ही सभी छात्रों को छात्रवृत्ति स्वीकृत कर दी जाएगी।
आरएन पटेल, जिला शिक्षा अधिकारी, रीवा