तुम्हारी पार्टी बंद हो जाएगी, हमारी योजना नहीं होगी बंद

 तुम्हारी पार्टी बंद हो जाएगी, हमारी योजना नहीं होगी बंद
मुख्यमंत्री ने चित्रकूट में आभार सह उपहार कार्यक्रम का किया शुभारंभ
भोपाल। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बहुत लोग सरकार बनने के बाद से यह कह रहे हैं योजना बंद हो जाएगी। तुम्हारी पार्टी बंद हो जाएगी, मगर हमारी योजना बंद नहीं होगी, यह भाई और बहन के बीच का रिश्ता है।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने यह बात आज सतना जिले के चित्रकूट में प्रदेश स्तरीय आभार सह-उपहार कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसी दौरान उन्होंने लाड़ली बहनों के साथ  गाना भी गाया और बहनों को झूला भी झूलाया। साथ ही घोषणा की है कि 10 तारीख से पहले सभी बहनों के खाते में 1250 रुपए की जगह 1500 रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 1250 रुपए लाड़ली बहना योजना की राशि है, जबकि 250 रुपए बहनों को रक्षाबंधन की राखी और मिठाई खरीदने के लिए उपहार स्वरूप प्रदेश सरकार की ओर से दिए जाएंगे। सरकार ने गैस रीफिल के लिए 450 रुपए देने का भी निर्णय किया है। वह भी हम प्रदेश की बहनों को दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अकेले सतना जिले में 3 लाख 84 हजार से ज्यादा लाड़ली बहनें हैं और अब तक योजना के अंर्तगत 674 करोड़ रुपए हम दे चुके हैं और 250 रुपए के हिसाब से 10 करोड़ रुपए अकेले सतना जिले में देंगे।
निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण, शिलान्यास
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने चित्रकूट पहुंचकर “एक पेड मां के नाम“ अभियान के तहत दीनदयाल शोध संस्थान के उद्यमिता परिसर में फलदार पौधे रोपित किये। साथ ही 131 करोड़ रूपये की लागत के निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। समारोह में मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री उद्यम क्रान्ति योजना के हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने कन्या-पूजन कर बेटियों का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने समारोह स्थल में लगाई गई आजीविका परियोजना की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
भगवान राम और नानाजी की तपोभूमि है चित्रकूट
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चित्रकूट भगवान राम और नानाजी देशमुख की तपोभूमि है। भगवान राम और परम भक्त भरत जी के पवित्र मिलन से उपजें प्रेम के आशुओं से चित्रकूट की धरा अभिसिंचित है। चित्रकूट के चहुँमुखी विकास के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। नानाजी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों के अनुरूप वंचितों और विकास की कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है।