इस बार जिले में ही जांची जाएंगी बोर्ड की कॉपियां

रीवा | माध्यमिक शिक्षा मंडल शैक्षणिक सत्र 2020-21 की बोर्ड परीक्षा में कई बदलाव कर दिए हैं। सेलेबस घटाना, आॅनलाइन प्री-बोर्ड परीक्षा होना, दो माह देरी से बोर्ड परीक्षा का आयोजन करने के साथ कॉपियां भी जिले में ही जांचने का फैसला लिया है। गौरतलब है कि बोर्ड परीक्षा का तात्पर्य ही यही है कि कॉपियों को अलग-अलग जिलों में दूसरे शिक्षकों से जंचवाई जाए। परंतु कोरोना महामारी ने ऐसी परिस्थिति बना दी कि सारे नियम कायदे ही बदलने पड़ गए। 

माध्यमिक शिक्षा मंडल ने भले ही दो माह  देरी से परीक्षा आयोजित कराने का निर्णय लिया है मगर परिणाम जल्दी जारी करने की भी योजना बना रहा है। यही वजह है कि इस बार कॉपियों को जिले में ही जांचने का निर्णय लिया गया है। बताया गया है कि जैसे ही किसी विषय का पेपर समाप्त होगा, उसके अगले दिन से कॉपी जांचने का काम प्रारंभ हो जाएगा। एक-एक विषय का रिजल्ट समन्वयक केन्द्रों से बोर्ड को आॅनलाइन भेज दिया जाएगा। जिससे विषयवार रिजल्ट माशिमं की वेबसाइट में प्रदर्शित होने लगेंगे।

इस बार विषयवार कॉपियों का परिणाम बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड होता रहेगा। बोर्ड परीक्षा में कम नंबर पाने वाले छात्र उत्तर पुस्तिका का पुनर्मूल्यांकन भी करा सकेंगे। गौरतलब है कि अब तक सिर्फ पुनर्गणना का विकल्प दिया जाता था मगर इस बार पुनर्मूल्यांकन की भी व्यवस्था कर दी गई है। जिन विद्यार्थियों को बोर्ड से मिले अंकों पर संदेह हो वह हर विषय का पुनर्मूल्यांकन करा सकेंगे।

40 किमी के दायरे में आने वाले शिक्षकों की लगेगी ड्यूटी
बोर्ड परीक्षा के लिए शिक्षकों को 40 किलोमीटर के दायरे में तैनात किया जाएगा। इससे पहले यह दूरी 80 किलोमीटर तक थी। जिस शिक्षक को भी जो केन्द्र मिल जाता था उसे रोजाना केन्द्र पहुंचना पड़ता था। बताया गया है कि ज्यादा दूरी होने के कारण शिक्षक सड़क हादसे का शिकार हो जाती थी। ऐसी ही घटनाओं की संभावना को कम करने के लिए 80 से दूरी 40 किलोमीटर कर दी गई है।

बताया गया है कि दसवीं व बारहवीं की पहली परीक्षा 30 अप्रैल से प्रारंभ होकर 15 मई तक चलेगी। वहीं दूसरी परीक्षा 1 जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक चलेगी। बोर्ड ने पुनर्मूल्यांकन में आॅनलाइन आवेदन की व्यवस्था कर दी है। पहले आठ दिन कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन कराने पर सौ रुपए उसके आठ दिन बाद 50 रुपए और उसके भी बाद पुनर्मूल्यांकन कराने पर कोई भी शुल्क नहीं लगेगा। ऐसा यह पहला मौका है जब बोर्ड की परीक्षा देरी से आयोजित तो हो ही रही है साथ ही दो बार बोर्ड की परीक्षा आयोजित हो रही है।