संसद में गूंजा भरहुत में म्यूजियम बनाने का मुद्दा
सतना | सोमवार को लोकसभा में बौद्धकालीन आस्था के केंद्र भरहुत में संग्रहालय बनाने का मसला शून्यकाल में उठाया गया। सांसद गणेश सिह ने सोमवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भरहुत में बौद्ध कालीन प्राचीन अवशेषों के मामले को उठाते हुए कहा कि मेरे लोकसभा क्षेत्र सतना जिले के भरहुत में बौद्ध कालीन की प्राचीन अवशेषों का भंडार मौजूद है।
उनमें से अनेकों मूर्तियां कोलकाता, प्रयागराज, वाराणसी तथा अन्य स्थानों में रखी गई हैं। इसके अलावा जिले के चित्रकूट में भगवान श्रीराम का एक लम्बा समय वनवास का बीता था। उनके पदचिन्हों की विरासत यहां मौजूद है। सांसद श्री सिंह ने कहा कि मैहर में विश्व विख्यात संगीतकार उस्ताद अलाउद्दीन खां की जल तरंग जैसी यादों को भावी पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखने के लिए एक संग्रहालय की लम्बे समय से मांग की जाती रही है।
सतना जिले को भारत सरकार के पर्यटन एवं संस्कृत मंत्रालय ने भारत दर्शन, बौद्ध दर्शन तथा रामायण टूरिस्ट सर्किट में जोड़ा हुआ है। सांसद श्री सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष के माध्यम से संस्कृत एवं पर्यटन मंत्री से मांग की कि सतना जिला मुख्यालय में एक म्यूजियम की स्वीकृति दी जाय।
बीमा संशोधन विधेयक ऐतिहासिक कदम: गणेश सिंह
बीमा अधिनियम 1938 का और संशोधन के लिए विधेयक के संबंध में लिए गये निर्णय पर सतना सांसद गणेश सिंह ने स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्ग मोदी की दूरदर्शी सोच के लिए बधाई दी है। सांसद ने कहा कि सरकार ने विधेयक में संशोधन करके 49 प्रतिशत से एफडीआई को बढ़ाकर 74 प्रतिशत किया जाये। जो बीमा संशोधन विधेयक वित्त मंत्री लेकर आयी हैं, वह ऐतिहासिक कदम है।