कोरोना का डर: नहीं होंगे बड़े आयोजन, मुम्बई से आने वाले यात्रियों की होगी विशेष जांच, बनाए जाएंगे बूथ

सतना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कोरोना संक्रमण नियंत्रण और रोकथाम के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में दिये गये निर्देश के बाद जागरूकता के लिये 23 मार्च को प्रात: 11 बजे पन्नीलाल चौक और शाम 7 बजे सिंधी कैंप में सर्तकता और बचाव के साधन अपनाने के जागरूकता कार्यक्रम होंगे। इस आशय के निर्णय कलेक्टर अजय कटेसरिया की अध्यक्षता में संपन्न जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिया गया।

जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में होली और अन्य बड़े आयोजन न करने का जहां फैसला लिया गया वहीं प्रदेश के जिलों में महाराष्ट्र की सीमा से ट्रेवलिंग हिस्ट्री के आधार पर बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर चर्चा की गई। प्रदेश के संक्रमण प्रभावित जिलों और महाराष्ट्र की तरफ से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग, और विशेष जांच के साथ कोरोना टेस्ट के लिये रेल्वे स्टेशन पर बूथ स्थापित करने का निर्णय लिया गया।

मेरा त्यौहार-मेरा परिवार की तर्ज पर मनेगी होली 
 इस बार भी होली में कोई बड़ा और सामाजिक आयोजन नहीं होगा। इसके लिए त्यौहारों के मौके पर अनावश्यक भीड़-भाड़ से बचने और मेरा त्यौहार-मेरा परिवार की तर्ज पर होली एवं अन्य त्यौहार केवल अपने परिवार के साथ घरों में ही लोग मनाएं इस बात की भी अपील की गई। 

रोको टोको अभियान चलाया जाएगा
कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रभावी रोकथाम में मास्क को एक बड़ा माध्यम माना गया है इसको देखते हुए मास्क न लगाने वालों को खिलाफ रोको- टोको अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में समाज के सभी वर्गों को शामिल किया जाएगा। 

आयोजनों की संख्या होगी निर्धरित 
जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ता है तो सार्वजनिक समारोह और शादी, विवाह में शामिल हो सकने वाले लोगो की संख्या का भी निर्धारण किया जायेगा। आपदा प्रबंधन समिति की बैठक के दौरान इस बात पर ही सहमति बनी की यदि हालात बिगड़ते हैं तो शादी में अधिकतम सौ लोगों के और किसी की मृत्यु होने पर निकलने वाली शवयात्रा व अन्य कार्यक्रमों में लोगों की संख्या बीस तक सीमित की जाएगी।  

जुर्माने पर और सख्त होगी पुलिस व ननि 
मास्क को ही कोरोना से बचाव का एक बड़ा जरिया माना गया है। ऐसे में मास्क न लगाने पर जिला प्रशासन द्वारा सौ रुपए के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। ऐसे लोग जो मास्क नहीं लगाते उन्हें मास्क लगाने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ उनके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई और सख्त की जाएगी और इस सख्ती की जिम्मेदारी पुलिस और नगर निगम को सौंपी गई है। 

 50 बेड आरक्षित किए गए

कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए प्रशासनिक व्यवस्था के साथ-साथ चिकित्सीय व्यवस्था भी की गई है। बैठक के दौरान बताया गया कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। कोविड के नाम पर 50 बेड आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा कोरोना टेस्टिंग की समुचित व्यवस्था हो, इस बात के प्रयास किए जा रहे हैं। 

लॉक डाउन अंतिम विकल्प

बैठक के दौरान लॉक डाउन को लेकर भी चर्चा हुई जिस पर यह बात सामने आई कि शहर में अभी ऐसे हालात नहीं हैं कि लॉक डाउन लगाया जाए, यदि तमाम व्यवस्थाओं के बाद भी हालात बद से बदत्तर होते हैं तब अंतिम विकल्प के तौर पर लॉक डाउन लगाया जाएगा।

 ये भी होगा 

  • मास्क के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा 
  • सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बाजार क्षेत्र में गोले बनाए जाएंगे
  • सार्वजनिक रूप से शासकीय कार्यालयों में भी स्क्रीनिंग तथा हैण्ड सैनेटाईजर और मास्क को पहनने की पूर्ववत व्यवस्था फिर से लागू की जाये
  • सार्वजनिक स्थलों पर या घर से बाहर निकलने पर सभी के लिये मास्क ठीक से पहनने की अनिवार्यता की जाये 
  • जिले के व्यापारिक संगठनों की बैठक बुलाकर बाजार और दुकानों में सोशल डिस्टेंसिग, मास्क, सैनेटाईजेशन के संबंध में प्रेरित किया जायेगा
  • जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये कोविड वैक्सीनेशन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जायेगी
  • स्वच्छता एवं सैनेटाईजेशन के लिये नगर निगम द्वारा अभियान स्वरूप कार्यवाही की जायेगी

ये रहे मौजूद 
आपदा प्रबंधन समूह की बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह,आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत हरेन्द्र नारायण, एसडीएम दिव्यांक सिंह,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अशोक अवधिया, सिविल सर्जन डॉ सुनील कारखुर,डिस्ट्रिक्ट कमाडेंट होमगार्ड आईके ओपनारे और समूह के सदस्य योगेश ताम्रकार,डॉ संजय माहेश्वरी भी उपस्थित थे।