सतना में 5 सौ एकड़ से अधिक रकबे का अनाज जला, अब सरकारी मदद की आस
सतना | एक तरफ सरकारी कायदे कानून तो दूसरी और प्रकृति की मार ,किसानों के अरमान हर तरफ खाक हो रहे हैं। चार महीने के इंतजार के बाद जब अन्नदाताओं की फसले ओला-पाला से बच गई तो अब खलिहान पहुंचने से पहले ही खेत में राख हो गई। खड़ी फसलों में आग के ऐसे शोले दहके कि खाने और खलिहान लाने को कुछ न बचा। जिन खेतों में सुनहरा गेहूं लहलहा रहा था वहां राख के अलावा कुछ नहीं रह गया। कई किसानों की हालत तो ऐसी हो चुकी है कि दो वक्त की रोटी व रोजी दोनो चली गई तो सरकारी कर्जा सर पर लद गया।
सतना में बीते दों दिनों के अंदर 5 सौ एकड़ से अधिक का रकबा आग की लपटों में खाक हो गया। अब किसानों को आस है कि सरकार मदद करे तो परिवार को भोजन मिल सके। दूसरी ओर जंगल भी दहक रहे हैं। जिले के अमरपाटन से लेकर चित्रकूट तो उचेहरा महराजपुर-परसमनिया पहाड़ियों में आग लगी है और वन अमला केवल नजारे देख रहा है। किसानों को हुए नुकसान के बाद कलेक्टर ने राजस्व अमले व अफसरों को निर्देश दिए हैं कि तत्काल सर्वे कर क्षति पत्रक लाएं जिससे पीड़ितों को सहायता मि सके।
जिले में कहां-कहां फसले हुर्इं राख
- जिला मुख्यालय से जुड़े भाद में तकरीबन 60 एकड़
- उचेहरा के बिहटा गांव में लगभग पौने 2 सौ एकड़
- नगौद के बधाव -मढ़ी में तकरीबन सवा सौ एकड़
- नागौद के पवईया में 50 एकड़ में आग लगी,दमकल वाहन भी जला, अमला झुलसा
- नागौद के ही जसों -अमकुई में लगभग 60 एकड़
- बिरसिंहपुर क्षेत्र के कारीगोही, करौंदी व हरिहरपुर में 45 एकड़
- रामपुर बाघेलान के वार्ड 2 और कृष्णगढ़ खेतों में आग
- रामनगर के अमुआ गांव में भी तकरीबन 20 एकड़ फसल जली
नहीं मिलती फायर मदद
बीते 29 मार्च सोमवार के बाद से बुधवार तक सैकड़ों किसानों की फसल जल गई। 5 सौ से अधिक का रकबा जल गया पर समय रहते कहीं भी किसानों के लिए फायर ब्रिगेड नहीं मिली। जबकि प्रयास तमाम किए गए जिला मुख्यालय से लेकर नगरीय संस्थाओं की फायर दमकल वाहन ऐसी हालत में नहीं हैं कि वो आपदा में मददगार हो सकें। दमकल वाहन ही बीमार हैं और उनको उपचार की आवश्यक्ता है। नगर पंचायत हो या परिषद दमकल हैं पर सेवा में बहुत ही कम हैं।
नागौद -उचेहरा में सबसे ज्यादा नुकसान
सतना जिले में यूं तो चौतरफा आग लगने से किसानों की फसले जलकर नष्ट हो गर्इं हैं पर सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र नागौद और उचेहरा था। दो दिनों में आग का ऐसा कहर बरपा कि इन दोनों क्षेत्रों के उन खेत जिनमें आग लगी है वहां राख के अलावा कुछ भी नजर नहीं आ रहा है। उचेहरा के बिहटा में 50 से अधिक किसान, नागौद के जसो, अमकुई, मढ़ी व बधाव में आग लगी और चार सौ एकड़ से अधिक का रकबा जल गया। मंगलवार को नागौद के पवइया गांव में भी सुबह आग लग गई सूचना के बाद दमकल भी पहुंचा हालात ये बने की दमकल को ही आग से बचाना पड़ा और फसल जलती रही। दूसरी ओर बिरसिंहपुर के कारौंदी व हरिहरपुर में भी आग लगी फसलें जलकर राख हो गर्इं। कारीगोही में उमाश्ांकर त्रिपाठी के खेत में आग लगी। वहीं रामपुर के वार्ड 2 और कृष्णगढ़ में भी किसानों का नुकसान आग से हुआ तो रामनगर के अमुआ गांव में भी फसलें जलकर खाक हो गर्इं।
रामपुर बाघेलान में विधायक ने देखा नुकसान
आग लगने का कारण हर जगह बिजली की तारों से शार्ट-सर्किट वजह बताई जा रही है। जिले भर में किसानों के लिए ये बड़ी आपदा है और रामपुर बाघेलान के वार्ड क्रमांक 2 और कृष्णगढ़ में भी फसलों में आग लग गई जिससे किसानों का भारी नुकसान हुआ है। आग की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्रीय विधायक विक्रम सिंह और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व संस्कृति शर्मा मौके पर पहुंची। एसडीएम ने भी राजस्व के मैदानी अमले को निर्देश दिए हैं कि जल्द किसानों को क्षति पत्रक दें जिससे उनकी क्षति की पूर्ति कराई जाए। वहीं विधायक ने भी कहा है कि नुकसान का सही आंकलन व सर्वे कराया जाए।
बधाव में एसपी -एसडीएम, भाद में पहुंचे तहसीलदार
नागौद में फसलों में आग और किसानों के नुकसान के बारे में जब जानकारी प्रशासन को लगी तो मढ़ी व बधाव गांव में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दिव्यांक सिंह और एसपी धर्मवीर मौके पर पहुंचे और नुकसान का आंकलन करने एसडीएम ने राजस्व अमले को निर्देश दिया। इधर बुधवार को सिविल लाइन थाना क्षेत्र के भाद गांव में भीषण आग लगी और तकरीबन 50 एकड़ में खड़ी फसल जल गई इसमें 16 किसानों का प्रभावित होना बताया जा रहा है। सूचना के बाद तहसीलदार बीके मिश्रा राजस्व अमले के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत की। तहसीलदार ने आरआई-पटवारी को निर्देश दिए हैं कि दो दिनों में नुकसान का सर्वे कर रिपोर्ट सबमिट करें।
पीडि़त किसानों की होगी मदद: सांसद
पिछले दो-तीन दिनों के भीतर जिले के कई गांवों में हुई अग्नि दुर्घटनाओं से बड़ी संख्या में किसानों की फसल को तथा कई स्थानों में मकान, फलदार पौधे, पशु हानि हुई है। बुधवार को रामपुर क्षेत्र के ग्राम करही वार्ड 2, दिनापुर, बाधा तथा मौहारी कटरा और मैहर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बठिया, देवरा तथा हरदासपुर मे पीडित किसानों के बीच पहुंचकर सांसद गणेश सिह ने कहा कि राजस्व के अधिकारियों को प्रत्येक पीड़ित किसानों का सर्वे करने का निर्देश दिया है और आरबीसी एक्ट में जो प्रावधान है उसमें अधिक से अधिक राशि उपलब्ध कराई जाएगी। मैंने दमोह में मुख्यमंत्री को अग्नि दुर्घटनाओं की जानकारी दिया है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को आदेश दिया है कि बिना कोई देरी किए सर्वे तत्काल कराया जाए और पीड़ित किसानों को सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए।
फसल के साथ उम्मीदें राख
खड़ी फसल में आग सतना के कई क्षेत्रों में लगी और सब कुछ जलकर राख हो गया। फसलों में आग से सबसे ज्यादा नुकसान नागौद और उचेहरा क्षेत्र में हुआ है। दो दिनों के अंदर यहां चार सौ एकड़ से अधिक का रकबा आग की लपटो में जल गया और खड़ी फसल के अनाज से साथ किसानों की उम्मीदों में भी आग लग गई। आलम ये रहा कि कहीं भी आग पर काबू नहीं पाया गया और चंद मिनटों में फसले राख हो गर्इं और खेत में खड़ा सुनहरा गेहूं काली राख में बदल गया।