सतना संभाग: जीएसटी कलेक्शन 973.35 करोड़ के पार
सतना | राज्यकर विभाग को जीएसटी से प्राप्त होने वाले राजस्व में लॉक डाउन के दौरान बंद हुई व्यावसायिक गतिविधियों का भी कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। विभाग के सतना संभाग ने 31 दिसंबर को समाप्त हुई वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में 9 अरब 73 करोड़ 35 लाख से अधिक का जीएसटी कलेक्शन किया है। हालांकि अप्रैल से जून तक पहली तिमाही में उसका जीएसटी कलेक्शन पिछले साल इसी अवधि कि तुलना में भारी कम रहा पर उस दौरान शराब और पेट्रौलियम पदार्थों से मिले राजस्व ने इज्जत बचा ली। आखिर तीन तिमाही के अंत में जो आकड़े प्राप्त हुए हैं उसमें पिछले साल इस अवधि की तुलना में 18 प्रतिशत से अधिक का कलेक्शन दर्ज हुआ है। प्रदेश के अन्य संभागों की ग्रोथ रेट के मुकाबले यह सर्वाधिक है।
लॉक डाउन में ठप रही गतिविधियां
24 मार्च से देश में सम्पूर्ण लॉक डाउन लगने के बाद देश के अन्य स्थानों के साथ ही रीवा संभाग में भी व्यावसायिक गतिविधियां लगभग एक माह तक ठप रहीं। इसके बाद कुछ जरूरी सामग्री की दुकानों को खुलने की अनुमति तो मिली पर उठाव कमजोर ही रहा। इसके बाद जून से जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य होना शुरू हुआ। इसके बाद बाजार तो खुले पर लोगों की जेब में जिस तरह का बोझ बढ़ा और लोगों की आय प्रभावित हुई उसके असर से बाजार अभी तक नहीं उबर पाया। खासकर होटल इंडस्ट्री तथा वैवाहिक कार्यक्रमों में लगी रोक का बाजार में काफी प्रतिकूल प्रभाव दिखा। हालांकि नवंबर और दिसम्बर माह की सीमित लग्नों में जमकर वैवाहिक कार्यक्रम आयोजित भी हुए पर इतने में भरपाई संभव नहीं थी। बावजूद इसके आखिरी रिजल्ट विभाग के लिये काफी सकारात्मक रहा। शेष तीन महीनों में राजस्व में वृद्धि की संभावना देखी जा रही है। र्
तीन तिमाही में इस तरह रही घट बढ़
वैसे इन 9 माह के प्राप्त जीएसटी राजस्व के आंकड़ों के पोस्टमार्टम से एक बात तो साफ है कि जीएसटी के राजस्व के साथ ही इसमें वैट यानी शराब तथा पेट्रोलियम पदार्थों से मिलने वाले टैक्स, सीएसटी व पुरानी बकाया की वसूली में हुई वृद्धि का भी बड़ा सहयोग है। अप्रैल से दिसंबर तक के 9 माह में माह में प्राप्त जीएसटी कलेक्शन में एसजीएसटी तथा आईजीएसटी का कलेक्शन पिछले साल की इस अवधि की तुलना में 2.40 तथा 4 प्रतिशत घटा है पर वैट, सीएसटी तथा ईटी का कलेक्शन 37.29 प्रतिशत व प्रोफेशनल टैक्स का कलेक्शन साढ़े तीन प्रतिशत बढ़ा है। वैट,सीएसटी तथा ईटी की प्रति पिछले साल की तीन तिमाही 2928.77 लाख के मुकाबले बढ़कर इस तीन तिमाही में 40 करोड़ 20 लाख 78 हजार पहुंच गया। पीटी भी 1262.48 से बढ़कर 1306.50 लाख रहा।
एसजीएसटी 63215.35 लाख से घटकर 61698.26 तथा आईजीएसटी 3,29,21.62 लाख से नीचे उतरकर 3,03,10.31 लाख ही रह गया। राजस्व प्रप्ति के मामले में यदि सतना संभाग के चारों वृत कार्यालयों का तुलनात्मक अध्ययन करें तो बैढ़न सर्किल कार्यालय ने 39 फीसदी वृद्धि के साथ 5,07,00.35 लाख, रीवा 35 फीसदी वृद्धि के साथ 1,46,25.40 लाख तथा सतना सर्किल 2 ने पौने 12 प्रतिशत ग्रोथ कर के 14865.66 लाख रुपये अर्जित किये हैं। इस दौरान सतना सर्किल एक की आय 22 फीसदी तक नीेचे गई है। इसके कई कारण हैं पर आंकड़ों के अनुसार इस सर्किल ने इस तीन तिमाही में पिछले साल की इस अवधि की आय 2,22,34.65 लाख के स्थान पर 1,71,44.44 लाख रुपये ही जुटाए हैं।
कोरोना और उसके चलते करीब तीन माह तक प्रभावित हुई प्रदेश की व्यावसायिक गतिविधियों के चलते जीएसटी कलेक्शन में शुरूआती तिमाही जो कमी आई थी वह धीरे-धीरे कवर हो रही है। वित्तीय वर्ष का जीएसटी कलेक्शन पिछले के मुकाबले काफी बढ़ेगा।
राघवेन्द्र सिंह, आयुक्त मप्र राज्यकर
संभाग के चारों जिलों के सभी 4 सर्किल कार्यालयों के साथियों की मेहनत का ही परिणाम हैं कि कोरोना जैसी विषम परिस्थिति में भी संभाग 18 फीसदी वृद्धि कर सका है। आगे के तीन माहों में सकारात्मक परिणाम सामने होंगे।
राममिलन साहू, प्रभारी संयुक्त
आयुक्त राज्यकर सतना