जबलपुर संभाग में बूंदाबांदी के आसार, शीतलहर से 30 के बाद मिलेगी राहत
भोपाल | उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वहां से लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण राजधानी सहित पूरे मध्यप्रदेश में तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बुधवार को भोपाल, इंदौर में लगातार दूसरे दिन कोल्ड डे (शीतल दिन रहा)। इसके अलावा गुना, राजगढ़, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नौगांव और सतना में भी कोल्ड डे रहा।
बुधवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस पचमढ़ी में दर्ज किया गया। रायसेन में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। खजुराहो, सागर, भोपाल, रायसेन, धार, रतलाम, शाजापुर एवं गुना में शीतलहर चली। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार से तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पिछले दिनों पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत में जबरदस्त बर्फबारी हुई है। वर्तमान में किसी वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने से हवाओं का रुख भी उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो गया है। लगभग 20 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से सर्द हवाएं चलने से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में दिन और रात के तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के मुताबिक आंध्रा कोस्ट पर एक प्रति चक्रवात बन गया है। इस सिस्टम के कारण छत्तीसगढ़ और उससे लगे पूर्वी मध्यप्रदेश में बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने की संभावना है। इससे गुरुवार से पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने के आसार हैं। साथ ही गुरुवार-शुक्रवार को जबलपुर संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी होने की भी संभावना है। इस वजह से न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने की संभावना है। 31 जनवरी तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही।