कैमा और तुर्की में अटका है रेल दोहरीकरण का काम

रीवा सिंगल लाइन होने के कारण रेलवे व सतना के बीच में ट्रेन के आवागमन में लगने वाले समय को कम करने के लिए दोहरीकरण का काम सुस्त पड़ गया है। करोड़ों रुपए की इस परियोजना का काम तय समय पर पूरा होता नहीं दिखाई दे रहा है। अभी तक रीवा से सतना की तरफ दोहरीकरण के काम का करीब 25 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है। जिसमें भी रीवा से करीब 25 किलोमीटर तक का काम अर्थवर्क के लिए तैयार कर लिया गया है। 

दस महीने से 25 प्रतिशत प्रगति में थम गया निर्माण कार्य

गौरतलब है कि मार्च महीने में रीवा से तुर्की तक और सतना से कैमा तक का काम पूरा हो गया था। मगर सात महीने बाद भी प्रोजेक्ट पहले चरण में ही अटका हुआ है। दो साल पहले से शुरू हुआ यह काम तय समय सीमा में पूरा होता नहीं दिखाई दे रहा है। 42 करोड़ रुपए की लागत से रीवा-सतना रेल लाइन के दोहरीकरण का काम निर्माणाधीन एजेंसियों और रेलवे विभाग के आपसी समन्वय की कमी के कारण पिछड़ता जा रहा है। जबकि ऐसे कामों पर लगातार नजर बनाए रखने के लिए विभाग द्वारा कांस्ट्रक्शन विभाग की एक टीम भी यहां पर तैनात कर दी गई है।

42 करोड़ से हो रहा है दोहरीकरण
रीवा-सतना के बीच मौजूदा समय में सिंगल लाइन है, जिसके दोहरीकरण के लिए पिछले वर्ष 42 करोड़ रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैं। यह राशि स्वीकृत होने के बाद करीब डेढ़ साल के अंदर इस काम का अर्थवर्क पूरा कर लिया जाना था लेकिन यह अभी तक 50 प्रतिशत के करीब हो पाया है। अभी इसमें पटरी बिछाने के साथ ही सिग्नल व केबिलिंग जैसे महत्वपूर्ण काम कराए जाने बाकी हैं। जबकि निर्माण एजेंसी की उदासीनता की वजह से ऐसी स्थिति निर्मित हो पाई है। मिली जानकारी के मुताबिक कार्य स्वीकृत होने के करीब चार महीने बाद से काम शुरू किया गया। जिसे कुछ महीने के काम के बाद रोक दिया गया।