दमोह उपचुनाव में दोनों दल सक्रिय, भाजपा के दिग्गज नेताओं की फौज के सामने अकेले दिखाएंगे दम

भोपाल | दमोह विधानसभा उपचुनाव में भाजपा  के दिग्गज नेताओं के सामने कमलनाथ अकेले किला लड़ाने जा रहे है। कमलनाथ की पहली सभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एक मंच पर नजर नहीं आए। इधर भाजपा के सभी बड़े नेता पहले ही दमोह के नेताओं को जीत का मंत्र दे आए है। कांग्रेस अब तक संगठन द्वारा अन्य कांग्रेसी दिग्गजों को लेकर कोई फैसला नहीं कर पाना। यही वजह है कि इस उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अरुण यादव सहित दूसरे बड़े नेताओं के दौरों से लेकर सभाओं तक पर अभी संशय बना हुआ है। इसकी कई वजहें भी हैं। यही वजह है कि इन दोनों ही नेताओं का इस उपचुनाव से कोई मोह नहीं दिखता है।

दरअसल इस सीट पर भाजपा ने पूर्व कांग्रेसी विधायक राहुल लोधी को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अजय टंडन को मैदान में उतारा है। टंडन को नाथ की पसंद की वजह से ही प्रत्याशी बनाया  है। कमलनाथ के लिए यह फिर बड़ी परीक्षा है। वे  पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के साथ ही नेता प्रतिपक्ष भी हैं। प्रदेश में बीते करीब तीन सालों से पूरी तरह से सक्रिय राजनीति कर रहे नाथ के लिए यह समय मिला जुला रहा है। हालांकि सरकार बनाने में सफलता हासिल करने के बाद से उनके खाते में लगातार एक के बाद एक असफलता दर्ज हुई हैं।

वीडी शर्मा हुए सक्रिय
दमोह उपचुनाव में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा तो बहुत पहले से ही सक्रिय हैं। वे अब कुछ दिनों तक तो वहीं डेरा डालने जा रहे हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कई सभाएं करने जा रहे हैं। इनके अलावा केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, प्रदेश के दिग्गज मंत्रीद्वय गोपाल भार्गव, भूपेन्द्र सिंह के अलावा कई अन्य नेताओं की भी वहां तैनाती कर दी गई है। इसके पहले भी उपचुनाव की तैयारियों को लेकर वीडी और मुख्यमंत्री कई दौरे कर चुके हैं।

नहीं दिख रही एकता
श्रीमंत के कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद भी राज्य में कांग्रेसी राजनीति का केन्द्र कमलनाथ बने हुए हैं। इस दौरान दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अजय सिंह, कांतिलाल भूरिया और अरुण यादव जैसे बड़े चेहरे हाशिए पर नजर आ रहे हैं। इसकी बानगी दमोह विधानसभा उप चुनाव के लिए आयोजित पहली सभा के मंच पर साफ दिखी जब उस मंच पर नाथ के अलावा कोई दूसरा बड़ा नेता नहीं दिखा। नाथ ने यहां चुनावी कमान अपने भरोसेमंद समर्थक विधायक रवि जोशी और संजय यादव को दी है।